जकार्ता: बजरंग पुनिया ने 18वें एशियाई खेलों में पुरुषों की 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जगह बना कुश्ती में भारत की स्वर्ण पदक की उम्मीदों को बनाए रखा है। सेमीफाइनल मुकाबले बजरंग ने मंगोलिया के बाटमगनाई बैटचुलुन को 10-0 से मात दे फाइनल में प्रवेश किया। बजरंग ने शुरू से तेज और आक्रामक खेल खेला। मंगोलिया के खिलाड़ी ने हालांकि कुछ देर साहस दिखाया लेकिन जैसे ही बजरंग ने उनको पलटते हुए दो अंक हासिल किए, उनका मनोबल टूट गया।
इसके बाद भारतीय खिलाड़ी अपने विपक्षी पर दो-दो अंकों के लगातार चार दांव लगाते हुए 8-0 की बढ़त ले ली। बाटमगनाई बैटचुलुन को इस दौरान आंख के नीचे भी चोट लगी।
पहले राउंड की समाप्ति के बाद तक बजरंग ने 8-0 की बढ़त ले ली थी। दूसरे राउंड में बजरंग ने एक और दो अंक का दांव खेल स्कोर 10-0 किया और तकनीकी दक्षता के आधार पर उन्हें विजेता घोषित कर दिया गया।
अपने भारवर्ग में राष्ट्रमंडल चैम्पियन बजरंग के पास इंचियोन-2014 में एशियाई खेलों में जीते गए रजत पदक का रंग बदलने का मौका है।