बजरंग पुनिया विश्व चैम्पियनशिप में पहले गोल्ड मेडल के करीब
बजरंग ने 65 किलो वर्ग के फाइनल में जगह बना ली है और अब वो इतिहास रचने के बेहद करीब पहुंच गए हैं।
स्टार पहलवान बजरंग पूनिया ने अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए सेमीफाइनल में अलेजांद्रो एनरिक तोबियेर को हराकर विश्व चैम्पियनशिप में ऐतिहासिक गोल्ड मेडल जीतने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। बजरंग ने 65 किलो वर्ग के फाइनल में जगह बना ली है और अब वो इतिहास रचने के बेहद करीब पहुंच गए हैं। इससे पहले राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों के गोल्ड मेडलिस्ट विजेता बजरंग ने मंगोलिया के तुलगा तुमुर ओचिर को 5-3 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। विश्व चैम्पियनशिप में भारत के लिए गोल्ड सिर्फ दोहरे ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने ही जीता है जिन्होंने 2010 में मॉस्को में 66 किलो वर्ग में ये कमाल किया था।
बजरंग अगर गोल्ड जीतते हैं तो एक ही सत्र में तीन बड़े खिताब जीतने वाले वो अकेले भारतीय पहलवान बन जाएंगे। सेमीफाइनल में बजरंग ने क्यूबा के दिग्गज पहलवान को 4-3 से मात दी थी। इससे पिछले मुकाबले में बजरंग ने मंगोलिया के तुलगा तुमुर ओचिर पर 4-1 की बढ़त बना ली थी लेकिन बाद में एक अंक गंवा दिया था। बाद में उन्होंने दो एक अंक बनाकर जीत दर्ज की थी।
पांच साल पहले कांस्य पदक जीतने वाले बजरंग ने संयम के साथ खेलते हुए रोमन अशारिन को 9-4 से और कोरिया के ली सियुंगचुल को 4-0 से हराया था। अन्य मुकाबलों में संदीप तोमर 57 किलो वर्ग में ग्वाटेमाला के जोस मोक्स एरियास से जीत गए लेकिन दूसरे दौर में अजरबैजान के जियोर्जी ई से हार गए। सचिन राठी को 79 किलो वर्ग में मंगोलिया के उनुरबत पी ने 13-1 से हराया। वहीं, 92 किलो वर्ग में दीपक को उक्रेन के एल सगालियुक ने 4-0 से मात दी।