बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप: चीनी दीवार को भेदने के बाद खुश हुई सिंधु, कही ये बड़ी बात
सिंधु ने मुकाबले में फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और 15-8 से आगे होने के बाद 21-14 से जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बना ली।
बासेल (स्विट्जरलैंड)। ओलंपिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु ने यहां जारी बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप-2019 के सेमीफाइनल में शनिवार को चेन यू फेई को सीधे सेटों में मात देने के बाद कहा कि वह खुश हैं कि लगातार चीन के खिलाड़ियों को मात दे पा रही हैं।
वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें पायदान पर काबिज सिंधु ने वर्ल्ड नंबर-3 चीन की प्रतिद्वंद्वी को 21-7, 21-14 से पराजित करते हुए लगातार तीसरी बार फाइनल में जगह बनाई। इस जीत के साथ ही सिंधु का टूर्नामेंट में रजत पदक पक्का हो गया है।
भारत की दिग्गज खिलाड़ी सायना नेहवाल को भी चीनी खिलड़ियों के सामने खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन सिंधु लगातार चीन की खिलाड़ियों को मात देने में कामयाब हो पा रही हैं।
सिंधु ने अपने मैच के बाद यहां आईएएनएस से कहा, "मैं खुश हूं कि मैं चीन की खिलाड़ियों को हराने में कामयाब हो पा रही हूं। दरअसल, महिला एकल वर्ग में जो शीर्ष-15 खिलाड़ी हैं उनका स्तर एकसमान है। हर खिलाड़ी का अपना खेलने का तरीका होता है, खासकर चीनी खिलाड़ियों के खिलाफ हमें बहुत तैयारी के साथ जाना होता है।"
सिंधु ने कहा, "चेन यू फेई आपको चकमा दे सकती हैं और उनके पास बेहतरीन स्ट्रोक्स भी हैं। वह शानदार फॉर्म में चल रही हैं, इसलिए मैं बहुत अच्छी तैयारी के साथ मुकाबले में उतरी थी। आजकल ऐसा हो गया कि हम हर टूर्नामेंट में एक-दूसरे का सामना कर रहे हैं, इसलिए हमें सभी का गेम पता है। आप एक स्पष्ट रणनीति के साथ कोर्ट पर नहीं उतर सकते, आपको मौके के मुताबिक रणनीति बनाकर खेलना होता है।"
भारतीय खिलाड़ी ने मैच की दमदार शुरुआत की और पहले गेम में एकतरफा जीत दर्ज की। सिंधु शुरुआत से ही चीनी प्रतिद्वंद्वी पर हावी नजर आईं और उन्होंने 6-2 से बढ़त बना ली।
अपने बेहतरीन खेल के जरिए सिंधु ब्रेक तक 11-3 के बड़े अंतर से आगे रहीं।
वर्ष 2017 और 2018 में रजत तथा 2013 व 2014 में कांस्य पदक जीत चुकीं सिंधु ने ब्रेक के बाद भी अपने खेल के स्तर को गिरने नहीं दिया। उन्होंने नेट पर शानदार खेल दिखाया और 18-5 की बढ़त बनाने के बाद 21-7 से गेम जीत लिया।
सिंधु ने कहा, "आज का मैच बहुत अच्छा था, मैंने शुरू से ही बढ़त बना ली थी और फिर मैच अच्छ से फिनिश भी किया। मैं बहुत खुश हूं, लेकिन फाइनल बाकी है। फाइनल मुकाबला आसान नहीं होगा, लेकिन मुझे अच्छी तैयारी करनी होगी।"
दूसरे गेम की शुरुआत में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। एक समय स्कोर 3-3 से बराबर था, लेकिन भारतीय खिलाड़ी जल्द ही लय में आई और ब्रेक तक 11-7 से आगे हो गई।
सिंधु ने मुकाबले में फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और 15-8 से आगे होने के बाद 21-14 से जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बना ली।
फाइनल मुकाबले पर सिंधु ने कहा, "फाइनल मैच मुश्किल होगा और मुझे उम्मीद है कि मैं अपना बेस्ट दूंगी। हर मैच में आपको मानसिक रूप से तैयार होकर उतरना होता है और मैं ऐसा ही करूंगी।"
सिंधु का फाइनल में सामना जापान की नोजोमी ओकुहारा और थाईलैंड की रतचानोक इंटानोन के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।