चीनी बैडमिंटन खिलाड़ी लिन डेन के लिए टोक्यो ओलंपिक की राह हुई मुश्किल - ली चोंग वेई
दो बार के ओलंपिक चैंपियन लिन और ली अपने शानदार करियर के दौरान एक-दूसरे के कड़े प्रतिद्वंद्वी रहे हैं।
कुआलालम्पुर| दुनिया के महानतम बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक मलेशिया के ली चोंग वेई ने कहा है कि चीन के लिन डेन के लिए टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना मुश्किल होगा। दो बार के ओलंपिक चैंपियन लिन और ली अपने शानदार करियर के दौरान एक-दूसरे के कड़े प्रतिद्वंद्वी रहे हैं।
ली ने साउथ चाइना मॉनिर्ंग पोस्ट से कहा, " मुझे लगता है कि अगर (लिन) ओलंपिक में भाग लेना चाहते हैं तो यह उनके लिए अपेक्षाकृत काफी मुश्किल होगा क्योंकि चीन की टीम से केवल दो ही खिलाड़ी भाग ले सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "अगर वह वास्तव में ओलंपिक में हिस्सा में लेना चाहते हैं तो उन्हें टॉप दो में आना होगा। बैडमिंटन उम्र का खेल है। जब आप उम्र के साथ बुढ़े होते रहते हैं तो फिर युवा खिलाड़ियों के खिलाफ मुकाबला करना काफी मुश्किल हो जाता है।"
लिन इस समय में दुनिया में 19वीं रैंकिंग के खिलाड़ी हैं और रैंकिंग में उनसे ऊपर चीन के दो खिलाड़ी पहले से ही मौजूद हैं। इनमें चेन लोंग और शि यूकी शामिल हैं। एक देश से दो खिलाड़ी केवल तभी ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं जब वे विश्व रैंकिंग में टॉप 16 में हों।
टोक्यो ओलंपिक का आयोजन इस साल 24 जुलाई से नौ अगस्त तक होना था, लेकिन कोरोनावायरस महामारी के कारण इसे अगले साल तक के लिए स्थगित कर दिया है। अगले साल अब इसका आयोजन 23 जुलाई से नौ अगस्त तक होगा। तब तक लिन 37 साल के हो जाएंगे। ली और लिन करियर में अब तक 40 बार के एक दूसरे के खिलाफ कोर्ट पर उतर चुके हैं।
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बता दें कि नाक के कैंसर से पीड़ित मलेशिया के महान खिलाडी ली ने पिछले साल ही बैडमिंटन से संन्यास ले लिया था। उनके नाम विश्व रैंकिंग में में 348 सप्ताह तक नम्बर-1 पर रहने का रिकार्ड है। ली तीन बार ओलम्पिक सिल्वर मेडल जीतने के अलावा अपने करियर में कुल 69 अंतर्राष्ट्रीय खिताब जीते हैं।