टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने गुरूवार को स्वीकार किया है कि अगर परिस्थितियां नहीं सुधरती हैं तो जनवरी में होने वाला ऑस्ट्रेलियाई ओपन रद्द हो सकता है लेकिन साथ ही कहा कि वह कोविड-19 महामारी संकट के कम होने की स्थिति में विकल्पों की तलाश कर रहा है। इस साल टेनिस कैलेंडर को कम से कम 13 जुलाई तक निलंबित कर दिया गया है और दुनिया भर में सीमायें बंद है तो अंतरराष्ट्रीय सर्किट के शुरू होने पर अनिश्चितता बनी हुई है।
सत्र का शुरूआती ग्रैंडस्लैम अगले साल 18 से 31 जनवरी से मेलबर्न में खेला जायेगा जिसमें अभी आठ महीने का समय बचा है लेकिन टेनिस ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि उस समय जो भी पांबदियां लागू होंगी, वह उसका पालन करेगा। टेनिस ऑस्ट्रेलिया की प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम जिन भी विकल्पों को देख रहे हैं, हमने निश्चित रूप से इनको छुपाया नहीं है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बेहतर की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन सभी परिस्थितियों के लिये योजना बना रहे हैं। ’’ इन विकल्पों में टूर्नामेंट के रद्द होने की संभावना से लेकर विदेशी खिलाड़ियों पर क्वारंटीन लगाना और केवल ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों को टूर्नामेंट देखने के लिये अनुमति देना शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें सभी चीजों को देखना होगा क्योंकि काफी सारे फैसले हमारे नियंत्रण से बाहर के होंगे जो सरकारी दिशानिर्देशों और पांबदियों से संबंधित होंगे। ’’
प्रवक्ता ने साथ ही कहा, ‘‘हमें सबकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये सभी नियमों का पालन करने की जरूरत होगी। ’’
कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल विम्बलडन ग्रैंडस्लैम द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार रद्द हुआ और फ्रैंच ओपन भी सितंबर के अंत तक स्थगित हो गया है। वहीं अमेरिकी टेनिस संघ जून के मध्य में फैसला करेगा कि अमेरिकी ओपन न्यूयार्क में अगस्त में शुरू हो पायेगा या नहीं।