पटियाला: चक्का फेंक खिलाड़ी सीमा पूनिया का राष्ट्रमंडल खेलों से पहले प्रतियोगिता के इतर डोप परीक्षण किया जाएगा क्योंकि यहां 22वीं फेडरेशन कप राष्ट्रीय सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियपशिप के दौरान उनका परीक्षण नहीं हो सका था। सीमा ने यहां पांच मार्च को प्रतियोगिता के पहले दिन चक्का फेंक में 61.05 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया था लेकिन नाडा अधिकारियों के नहीं पहुंचने के कारण उनका डोप टेस्ट नहीं हो सका था। नाडा अधिकारी छह मार्च को पहुंचे लेकिन तब तक सीमा यहां से जा चुकी थी।
नाडा ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ को कहा था कि वह सीमा से संपर्क कर बताये कि उनका परीक्षण कहां किया जा सकता है। जिस पर एएफआई ने अमल किया और नाडा अधिकारी सीमा के परीक्षण के लिए सोनीपत रवाना हो रहे हैं।
राष्ट्रीय शिविर से जुड़े एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘‘ हमने नाडा को सीमा का हरियाणा का पता दे दिया है जहां से अधिकारी परीक्षण के लिए उनका नमूना ले सकते है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘नाडा अधिकारी यहां (फेडरेशन कप) एक दिन देर से पहुंचे। सीमा के लिए उनके आने का इंतजार करना जरूरी नहीं था। यह उसकी गलती नहीं है।’’
इस स्वर्ण पदक के साथ 34 साल की सीमा ने राष्ट्रमंडल खेलों का टिकट भी हासिल किया। एएफआई ने इस स्पर्धा के लिये क्वालीफाइंग मानक 59 मीटर रखा था।