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Hindi News खेल अन्य खेल शर्मनाक! गोल्ड मेडल जीतकर भारत लौटीं विनेश फोगाट, लेकिन नहीं मिला सरकारी सम्मान

शर्मनाक! गोल्ड मेडल जीतकर भारत लौटीं विनेश फोगाट, लेकिन नहीं मिला सरकारी सम्मान

एशियाई खेलों में पदक जीतकर देश को गौरवान्वित करने करने वाले हरियाणा के खिलाडिय़ों का अपनी धरती पर पहुंचने पर बेहद फीका स्वागत किया गया।

विनेश फोगाट - India TV Hindi Image Source : PTI विनेश फोगाट 

भिवानी। एशियाई खेलों में पदक जीतकर देश को गौरवान्वित करने करने वाले हरियाणा के खिलाडिय़ों का अपनी धरती पर पहुंचने पर बेहद फीका स्वागत किया गया। स्वर्ण जीतने वाले महिला पहलवान विनेश फोगाट बीती रात अपने घर लौटी लेकिन हरियाणा और केंद्र सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनका स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर नहीं पहुंचा। इससे विनेश और उनके परिजन मायूस हैं। 

इंडोनेशिया में चल रहे 18वें एशियाई खेलों में हरियाणा के पहलवान बजरंग पुनिया ने भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था। यह उन्होंने जापान के रेसलर ताकातिनी दायची को हराकर जीता। बजरंग ने पुरुषों के 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा में यह पदक जीता। इसी तरह फोगाट ने महिलाओं की फ्रीस्टाइल 50 किग्रा वर्ग के खिताबी मुकाबले में जापान की पहलवान यूकी इरी को एकतरफा मुकाबले में 6-2 से हराकर स्वर्ण जीता था। 

बजरंग पुनिया कुछ दिन पहले अपने घर लौटे। विनेश जब दिल्ली आई तो हवाई अड्डे पर उनके परिवार के सदस्यों के अलावा केवल इनेलो नेता दिग्विजय चौटाला थे। दिलचस्प बात यह है कि खिलाडिय़ों को सम्मानित करने व नौकरी प्रदान करने का दावा करने वाली हरियाणा सरकार के खेलकूद मंत्री अनिल विज तथा प्रदेश सरकार का कोई भी प्रतिनिधि हवाई अड्डे पर विनेश के स्वागत के लिए नहीं पहुंचा। 

इससे विनेश व उसके परिजनों में रोष है। बकौल विनेश उन्होंने भारी दबाव के बीच भारत के लिए स्वर्ण जीतकर इतिहास रचा। इसके बावजूद दिल्ली पहुंचने और हरियाणा में आने पर प्रदेश सरकार के किसी भी प्रतिनिधि ने उनका उत्साह नहीं बढ़ाया। यह भेदभाव है। 

इससे पहले जब बजरंग पुनिया भारत लौटे थे तो उस समय भी हरियाणा सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनके स्वागत के लिए नहीं पहुंचा था। हालांकि बजरंग पुनिया के घर आने के बाद स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन अपने विधानसभा क्षेत्र का होने के नाते उनसे मिलने एवं बधाई देने के लिए गई थीं।