भुवनेश्वर: लम्बी दूरी की देश की टॉप ऐथलीट सुधा सिंह ने शनिवार को भुवनेश्वर में 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के तीसरे दिन महिलाओं की 3,000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीत लिया। इसके साथ ही उन्होंने भारत की पदक तालिका में एक और गोल्ड मेडल का इजाफा किया। सुधा ने इस दूरी को 9 मिनट 59.47 सेकेंड में हासिल किया। उत्तर कोरिया की ह्यो गयोंग ने दूसरा और जापान की नाना सातो ने तीसरा स्थान पाया। रियो ओलंपिक-2016 के बाद चोटों और बीमारियों से जूझ रहीं उत्तर प्रदेश की ऐथलीट सुधा अपने प्रदर्शन से खुश दिखीं। सुधा ने 2009, 2011 और 2013 में सिल्वर मेडल जीते थे।
गोल्ड मेडल हासिल करने के बाद उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक के बाद मैं 5 महीनों तक खेल से दूर रही। जब मैंने प्रैक्टिस करना शुरू किया तब भी मैं अच्छा नहीं कर पा रही थी। दिसंबर में मैंने राष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लिया और धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ी। इस चैम्पियनशिप में एशिया के शीर्ष खिलाड़ी नहीं आए हैं इसलिए यहां का स्तर मेरे हिसाब से थोड़ा कम था।’ सुधा सिंह शुरू से ही आगे चल रही थीं और थोड़ी देर तक 5 प्रतिस्पर्धियों के साथ दौड़ीं लेकिन आधी दूरी पर उन्होंने सभी को पीछे छोड़ दिया। जिससे जीत के बाद उन्हें लैप ऑफ ऑनर दिया गया।
सुधा सिंह ने कहा, ‘मैं 2 ओलंपिक में हिस्सा ले चुकी हूं और कुछ हासिल करना चाहती हूं। मैं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतना चाहती हूं। मेरा लक्ष्य एशियन चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना था। अब मैं अगले महीने होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना चाहती हूं।’ इस स्पर्धा में भारत की एक अन्य धाविका पारुल चौधरी को चौथा स्थान मिला। पारुल निराशाजनक तौर पर 10.22.99 मिनट का समय निकाल सकीं। आज के एक गोल्ड मेडल के साथ भारत के खाते में 7 गोल्ड, 3 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल हो गए हैं।