टोक्यो। भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी चौथे और अंतिम दौर में एक ओवर 72 के स्कोर के साथ रविवार को यहां ओलंपिक पुरुष गोल्फ स्पर्धा में संयुक्त 42वें स्थान पर रहे। दूसरी बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे लाहिड़ी पहले दौर में 67 के स्कोर के बाद शीर्ष 10 में शामिल थे लेकिन इसके बाद अगले तीन दिन में 72, 68 और 72 के स्कोर से कुल पांच अंडर 283 का ही स्कोर बना पाए। वह 2016 में रियो ओलंपिक में 57वें स्थान पर रहे थे।
स्पर्धा में हिस्सा ले रहे एक अन्य भारतीय उदयन माने भी अंतिम दौर में एक ओवर 72 के स्केार से कुल तीन ओवर के स्कोर के साथ 56वें स्थान पर रहै। लाहिड़ी ने अंतिम दौर में तीन बर्डी और चार बोगी की जबकि माने से चार बर्डी और पांच बोगी की। शेंडर शॉफेले गोल्फ का स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले अमेरिकी खिलाड़ी बने। उन्होंने 68, 63, 68 और 67 के स्कोर से कुल 18 अंडर 266 के स्कोर के साथ सोने का तमगा अपने नाम किया।
दक्षिण अफ्रीका में जन्में स्लोवाकिया के रोरी सबातीनी ने 69, 67, 70 और 61 के स्कोर से कुल 17 अंडर 267 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता। रोरी की पत्नी मार्टिना स्टोफानिकोवा ने उनकी कैडी की भूमिका निभाई। रोनी ने अंतिम दौर में 10 अंडर 61 का ओलंपिक रिकॉर्ड स्कोर बनाया। सीटी पैन ने 74 के स्कोर से बेहद खराब शुरुआत करने के बाद अगले तीन दौर में 66, 66 और 63 के स्कोर बनाने के बाद कांस्य पदक जीता। उन्होंने सात खिलाड़ियों के बीच हुए कांस्य पदक के प्ले आफ में बाजी मारी।
उनके साथ भी कैडी के रूप में उनकी पत्नी मिशेल लिन मौजूद थी। स्वर्ण और रजत पदक का फैसला होने के एक घंटे से भी अधिक समय बाद कांस्य पदक का फैसला हुआ। कांस्य पदक के प्ले आफ में हिस्सा लेने वाले सात खिलाड़ियों में चार बार के मेजर खिताब विजेता रोरी मैकेलरॉय, दो बार के मेजर खिताब विजेता कोलिन मोरिकावा और घरेलू स्टार तथा मास्टर्स चैंपियन हिदेकी मात्सुयामा शामिल थे।
इनके अलावा कोलंबिया के सबेस्टियन मुनोज, चिली के मितो परेरा, ग्रेट ब्रिटन के पॉल केसी और चीनी ताइपे के सीटी पैन प्ले आफ में खेले। वर्ष 2014 में एशियाई खेलों में गोल्फ के दो स्वर्ण पदक जीतने के सात साल बाद पैन ने कांस्य पदक जीता।