एएफसी एशिया कप: थाईलैंड के बाद मेजबान यूएई को हराने के इरादे से उतरेगा भारत
एएफसी एशिया कप के अपने पहले मैच में भारत ने थाईलैंड को 4-1 से हराकर अपने अभियान का आगाज धमाकेदार अंदाज में किया था।
थाईलैंड पर जीत के बाद उत्साह से भरी भारतीय टीम को एएफसी एशियाई कप फुटबॉल टूर्नामेंट के गुरुवार को मेजबान संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा और उस पर जीत दर्ज करने के लिए उसे अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। चार दिन पहले थाईलैंड को 4-1 से हराकर सनसनी फैलाने वाले भारत की नजरें अपना विजय अभियान बरकरार रखने पर होंगी। थाईलैंड को हराना अगर बड़ी उपलब्धि है तो यूएई को परास्त करना उससे भी बड़ी उपलब्धि होगी। यूएई अभी विश्व रैंकिंग में 79वें जबकि भारत 97वें स्थान पर है।
कोच स्टीफन कॉन्स्टेनटाइन इस बात को लेकर खुश होंगे कि उनके खिलाड़ियों ने थाईलैंड के खिलाफ दूसरे हाफ में बेहतरीन खेल दिखाया। पहला हाफ 1-1 की बराबरी पर समाप्त होने के बाद भारत ने न सिर्फ थाईलैंड के आक्रमण को भेदने में सफलता हासिल की बल्कि उसने कई बेहतरीन गोल करते हुए इस मैच को अपने लिए यादगार बना दिया। इस मैच से भारत को तीन अंक प्राप्त हुए और वो अब अपने ग्रुप में शीर्ष पर है। उसका गोल अंतर भी अच्छा है।
कान्स्टेनटाइन ने यूएई के साथ होने वाले मुकाबले से पहले कहा, ‘‘हमारी टीम काफी युवा है और इस कारण वो काफी रोमांचित है। मेजबान टीम के साथ होने वाला मैच काफी अलग होगा क्योंकि वो काफी मजबूत है लेकिन मेरे खिलाड़ियों के लिए यूएई उनकी राह में खड़ी केवल एक दूसरी टीम है।’’ भारत ने अग्रिम पंक्ति के अपने खिलाड़ियों के शानदार खेल की बदौलत थाईलैंड के खिलाफ जीत हासिल की। सुनील छेत्री ने दो गोल किए जबकि जेजे लालपेखलुवा और अनिरुद्ध थापा ने एक-एक गोल दागा।
आशिक कुरुनियन इस मैच में कोई गोल नहीं कर सके लेकिन उन्होंने अपने शानदार खेल से सबका ध्यान खींचा। छेत्री और एफसी पुणे सिटी के विंगर कुरुनियन को गेंद जब भी मिली, उन्होंने गोलपोस्ट का रुख किया और थाईलैंड की रक्षापंक्ति को हमेशा व्यस्त रखा। कुरुनियन से यूएई के खिलाफ भी इसी तरह के चमकदार खेल की उम्मीद है।
यूएई ग्रुप-ए में सबसे ऊंची रैंकिंग वाली टीम है और ये भारत के लिए एक चुनौती और चिंता की बात है। एक मजबूत टीम के खिलाफ मध्यपंक्ति में थापा और प्रणॉय हल्धर को अच्छा खेल दिखाना होगा। भारत को रक्षापंक्ति में भी काफी सावधान रहना होगा क्योंकि 2015 में एशिया का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए अहमद खलील और अली मबखाउत जैसे खिलाड़ी उनके लिए मुश्किल खड़ी कर सकते हैं। ये खिलाड़ी गोल करने में माहिर हैं। मबखाउत को यूएई के लिए सबसे अधिक गोल करने वाला खिलाड़ी बनने के लिए सात गोल की जरूरत है।
ऐसे में संदेश झिंगन और अनस इदाथोदिका को बैकलाइन में काफी सतर्क रहना होगा। यूएई की टीम को चोटिल ओमर अब्दुल रहमान की कमी खलेगी। ओमर को एशिया के सबसे अच्छे खिलाड़ियों में से एक माना जाता है लेकिन अल्बर्टो जाचेरोनी की टीम ओमर के बिना भी काफी मजबूत है और इस कारण गोलपोस्ट के सामने गुरप्रीत सिंह संधू को काफी सावधान रहने की जरूरत होगी।
यूएई को अपने पहले मैच में बहरीन के हाथों ड्रॉ खेलना पड़ा था और इस कारण ये टीम जीत के लिए बेताब दिख रही है। अपने घरेलू दर्शकों के सामने पहले ही मैच में अंक बांटने को मजबूर होने के बाद ये टीम हर हाल में अपने दूसरे मैच से तीन अंक जुटाना चाहेगी। यूएई के कोच जाचेरोनी ने कहा, ‘‘हमारे खिलाड़ी पहले मैच में अपनी संघर्षशक्ति नहीं दिखा सके थे। हम भारत के खिलाफ ये गलती नहीं करेंगे। हम बदली हुई मानसिकता के साथ मैदान पर उतरेंगे।’’