पूर्व कप्तान सरदार सिंह की सलाह, ओलंपिक जाने वाले हॉकी खिलाड़ियों को शुरू कर देना चाहिए अभ्यास
सरदार ने कहा,‘‘खिलाड़ी वर्कआउट वगैरह तो कर रहे हैं लेकिन मैदान पर ट्रेनिंग के लिये बेकरार होंगे। बड़े टूर्नामेंट चार साल बाद आते हैं और सभी को अच्छा प्रदर्शन करना है, तभी टीम जीतेगी।
नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान और स्टार प्लेमेकर रहे सरदार सिंह का मानना है कि ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों को छोटे समूहों में मैदान पर अभ्यास शुरू कर देना चाहिये क्योंकि करीब दो महीने से मैदान से दूर रहे शरीर को लय पकड़ने में समय लगेगा। भारतीय हॉकी के सबसे फिट खिलाड़ियों में से एक रहे सरदार ने अपने गांव संतनगर से भाषा को दिये इंटरव्यू में कहा,‘‘ओलंपिक जाने वाले खिलाड़ियों को अभ्यास शुरू करना चाहिये लेकिन अभ्यास केंद्र पर स्वास्थ्य सुविधा का खास ख्याल रखा जाये। खिलाड़ियों को कोचों को पूरी ईमानदारी से हर बात बतानी होगी मसलन किसी को कोई शारीरिक परेशानी है तो मैदान पर नहीं आये।’’
उन्होंने कहा,‘‘कोरोना वायरस महामारी के बाद खेल बिल्कुल बदल जाने वाले हैं और ऐसे में सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अभ्यास शुरू करना होगा।’’ कोरोना महामारी के बाद लागू देशव्यापी लॉकडाउन के कारण भारतीय पुरूष और महिला हॉकी टीमें 24 मार्च से ही भारतीय खेल प्राधिकरण के बेंगलुरू केंद्र में हैं। खिलाड़ियों ने गुरूवार को खेलमंत्री किरेन रीजीजू से ऑनलाइन बैठक में अभ्यास बहाल कराने का अनुरोध किया। रीजीजू ने उन्हें आश्वासन दिया कि मानक संचालन प्रक्रिया तैयार होने के बाद अभ्यास बहाल होगा।
एशियाई ओलंपिक परिषद की स्थायी समिति के सदस्य सरदार ने कहा,‘‘खिलाड़ी वर्कआउट वगैरह तो कर रहे हैं लेकिन मैदान पर ट्रेनिंग के लिये बेकरार होंगे। बड़े टूर्नामेंट चार साल बाद आते हैं और सभी को अच्छा प्रदर्शन करना है, तभी टीम जीतेगी। भारतीय टीम लगातार अच्छा खेल रही है और इस लय को कायम रखना होगा।’’
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उन्होंने कहा कि खिलाड़ी व्यक्तिगत स्तर पर तीन चार के समूह में अभ्यास शुरू कर सकते हैं क्योंकि समय निकलता जा रहा है और लय दोबारा हासिल करने में समय लगेगा। लॉकडाउन से पहले कनाडा में लीग खेलकर लौटे सरदार ने कहा,‘‘मैंने इतने दिन से हॉकी नहीं खेली तो शरीर में दर्द होने लगा है। ऐसे में अभ्यास से दूर रहने पर लय तुरंत नहीं मिलेगी। यह अभूतपूर्व समय है कि मैदान पर दौड़ लगाये हुए भी 45 दिन हो गए।’’
भारत के लिये 2006 से 2018 के बीच 314 मैच खेल चुके और पद्मश्री से नवाजे जा चुके इस मिडफील्डर ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक के स्थगित होने से भारत को तैयारी के लिये अतिरिक्त समय मिल गया जिसका पूरा फायदा उठाना चाहिये। उन्होंने कहा,‘‘खिलाड़ियों ने ओलंपिक के समय सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये अभ्यास का खाका बनाया होगा लेकिन अब जीरो से शुरू करना होगा। सभी टीमों के लिये हालात समान है लेकिन अब तैयारी के लिये अतिरिक्त समय है तो अपने अपने खेल पर मेहनत करके सुधार कर सकते हैं।’’
रियो ओलंपिक 2016 में भारत के कप्तान रहे सरदार ने कहा,‘‘शिविर में हम सुबह शाम ट्रेनिंग, मीटिंग में व्यस्त रहते हैं लेकिन अभी सोचने का काफी समय है। चार पांच खिलाड़ियों पर निर्भार नहीं रहकर सभी मैच विनर बने। अपने खेल पर फोकस करके कमियों को दुरूस्त करें, मैं तो यही सलाह दूंगा।’’
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लंबे समय बाद हरियाणा के सिरसा में अपने गांव में समय बिता रहे सरदार ने अपने भाई और पूर्व खिलाड़ी दीदार सिंह के साथ नामधारी अकादमी के मैदान पर अभ्यास शुरू किया जहां 2014 में एस्ट्रो टर्फ लगी थी। उन्होंने कहा,‘‘जिस स्कूल में हम पढ़े थे, अब फिर वहीं मैं और दीदार पाजी अभ्यास कर रहे हैं। नामधारी अकादमी में अंडर 14 और अंडर 17 करीब 100 बच्चे हैं लेकिन अभी उनकी ट्रेनिंग बंद हैं। वे स्थानीय कोचों से वाट्सअप पर सलाह और प्लान ले रहे हैं। मैने भी तकनीक को लेकर अपने वीडियो भेजे हैं।’’