साल 2023 से 2027 तक के आईपीएल मीडिया राइट्स के लिए पहले दिन बोली लगाई जा चुकी है। इस पांच साल के मीडिया राइट्स की नीलामी से बीसीसीआई तो मालामाल होगी ही, दुनिया में आईपीएल का रुतबा भी पहले से काफी बड़ा हो जाएगा।
वर्तमान में दुनिया में नंबर 4 पर आईपीएल
आईपीएल, सीजन 2022 तक, प्रति मैच ब्रॉडकास्टिंग फीस के आधार पर दुनिया के तमाम स्पोर्ट्स लीग में चौथे पायदान पर था। पहले नंबर पर नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल), दूसरे नंबर पर इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) और तीसरे नंबर पर मेजर लीग बेसबॉल (एमएलबी) है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड की मानें तो आईपीएल के 2023-2027 मीडिया राइट्स की बिक्री के बाद यह ऊपर उठकर दूसरे नंबर की लीग बन जाएगी।
आईपीएल का दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान लीग बनना तय
हालांकि दुनिया की चोटी की ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन रेस से अलग हो चुकी है, लेकिन डिज्नी-स्टार, सोनी, ज़ी और वायकॉम-रिलायंस के रेस में बने होने से बीसीसीआई को भरोसा है कि विश्व में आईपीएल का कद कई गुना बढ़ जाएगा। बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह का कहना है कि अगर बेस प्राइस पर भी मीडिया राइट्स की बिक्री होती है, इस सूरत में भी दुनिया की सबसे बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट का मूल्य काफी बढ़ जाएगा।
बीसीसीआई ने ग्लोबल स्पोर्ट्स लीग के मूल्य का किया अध्ययन
बोर्ड के सचिव जय शाह ने बीसीसीआई के ग्लोबल स्पोर्ट्स लीग्स के अध्ययन पर आधारित रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, “वर्तमान में नेशनल फुटबॉल लीग के एक गेम के लिए ब्रॉडकास्टर को 17 मिलियन अमेरिकी डॉलर खर्च करने पड़ते हैं, जो सबसे बड़ी कीमत है। इसके बाद ईपीएल का नंबर आता है, जिसके एक मैच के लिए 11 मिलियन और तीसरे नंबर पर खड़ी एमएलबी भी लगभग इतनी ही रकम एक मैच के लिए ब्रॉडकास्टर से वसूल करती है। पिछले पांच सालों में हमें हर मैच के लिए 9 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिले। इस बार, मिनिमम बेस प्राइस को हमने जिस तरह से तय किया है, उससे बीसीसीआई को हर एक मैच के लिए 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिलेंगे। यह विश्व मंच पर भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी छलांग होगी। इसके बाद हम सिर्फ एनएफएल से पीछे होंगे।”
अब आईपीएल में 10 टीमें हैं, ज्यादा मुकाबले हो रहे हैं, दुनिया में इसका विस्तार भी हो रहा है लिहाजा आईपीएल के नए मीडिया राइट्स की नीलामी से नए कीर्तिमानों का रचा जाना लाजिमी ही है।