सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को इंडियन प्रीमियर लीग के दो सीजनों (IPL 2021 और 2022) में मुंबई इंडियंस के 28 मैचों में एक बार भी खेलने का मौका नहीं मिला। इसको लेकर क्रिकेट के भगवान कह जाने वाले सचिन ने बताया कि, उनका सेलेक्शन से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन वह हमेशा अर्जुन को समझाते हैं कि उनका राह आसान नहीं बल्कि बेहद मुश्किल और चुनौतीपूर्ण है। 22 वर्षीय अर्जुन ने अपने करियर में अब तक घरेलू टीम मुंबई की ओर से सिर्फ दो टी20 मुकाबले खेले हैं।
मुंबई इंडियंस के साथ मेंटोर के तौर पर मौजूद सचिन तेंदुलकर ने यह भी स्पष्ट किया कि वह चयन मामलों में हस्तक्षेप नहीं करते। गौरतलब है कि बाएं हाथ के तेज गेंदबाज और बाएं हाथ के बल्लेबाज अर्जुन को पांच बार के आईपीएल चैंपियन मुंबई इंडियन्स ने अपने साथ जोड़ा था। 2021 में अर्जुन 20 लाख के बेस प्राइज पर फ्रेंचाइजी के साथ जुड़े थे और 2022 में उन्हें 30 लाख रुपए में टीम ने खरीदा था। लेकिन लीग के दो सत्र में उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला।
अर्जुन को मौका नहीं मिलने पर क्या बोले सचिन?
एक शो पर जब सचिन तेंदुलकर से यह पूछा गया कि क्या वह इस साल अर्जुन को खेलते हुए देखना पसंद करते तो उन्होंने कहा, ‘‘यह अलग सवाल है। मैं क्या सोच रहा हूं या मैं क्या महसूस कर रहा हूं यह महत्वपूर्ण नहीं है। सत्र खत्म हो चुका है (मुंबई इंडियंस के लिए) और अर्जुन के साथ हमेशा मेरी यही बात होती है कि डगर चुनौतीपूर्ण होगी और मुश्किल होगी।’’
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200 टेस्ट मैच खेलने वाले एकमात्र क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने आगे कहा कि, "तुमने क्रिकेट खेलना शुरू किया क्योंकि तुम्हें क्रिकेट से प्यार है, ऐसा करना जारी रखो, कड़ी मेहनत जारी रखो और नतीजे मिलेंगे। जहां तक चयन का सवाल है तो मैं इसे टीम मैनेजमेंट पर छोड़ देता हूं। अगर हम चयन के बारे में बात करते हैं तो मैं कभी स्वयं को चयन में शामिल नहीं करता। मैं ये सारी चीजें टीम प्रबंधन पर छोड़ देता हूं क्योंकि मैंने हमेशा ऐसे ही काम किया है।"