इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत 2008 में हुई थी। पहला सीजन जीतने वाली टीम थी राजस्थान रॉयल्स। इसी टीम ने लीग के 14-15 साल के इतिहास में एक ऐसे नियम का इस्तेमाल किया जो नियमों की किताब में तो है लेकिन इसका कभी इस्तेमाल नहीं किया गया था। आईपीएल 2022 के 20वें मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ राजस्थान ने क्रीज पर मौजूद रविचंद्रन अश्विन को 18.2 ओवर के बाद रिटायर्ड आउट किया।
कई लोग हैरान हो गए कि कहीं अश्विन के चोट तो नहीं लग गई। लेकिन ऐसा नहीं था दरअसल चोट लगने के केस में बल्लेबाज रिटायर्ड हर्ट होता है। बल्कि इस मामले में बल्लेबाज रिटायर्ड आउट होता है। दोनों ही नियम अलग होते हैं और दोनों में अंतर भी होता है। रिटायर्ड हर्ट किसी बल्लेबाज को बल्लेबाजी के दौरान चोट लगने पर किया जाता है बल्कि रिटायर्ड आउट करना पूरी तरह से बैटिंग टीम के बैकेंड स्टाफ के फैसले पर निर्भर करता है।
रिटायर्ड हर्ट और रिटायर्ड आउट में अंतर?
इन दोनों ही नियमों के केस में अक्सर आप कंफ्यूज हो सकते हैं। दोनों ही मामलों में बल्लेबाज को क्रीज छोड़कर वापस जाना पड़ता है। लेकिन रिटायर्ड हर्ट चोट लगने पर इस्तेमाल होता है और रिटायर्ड आउट कभी भी बैटिंग टीम कर सकती है। दोनों में सबसे बड़ा अंतर जो है वह यह कि रिटायर्ड हर्ट के केस में बल्लेबाज वापस आकर बल्लेबाजी कर सकता है। लेकिन रिटायर्ड आउट होने के बाद बल्लेबाज दोबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं उतर सकता।
अगर इस मैच की बात करें तो राजस्थान का स्कोर था एक वक्त पर 67 रन पर चार विकेट। उस वक्त टीम ने युवा खिलाड़ी रियान पराग को ना भेजकर रविचंद्रन अश्विन को हेटमायर का साथ देने के लिए भेजा। अश्विन का नाम टेस्ट के स्टार ऑलराउंडर्स में गिना जाता है। उनके नाम पांच टेस्ट शतक भी दर्ज हैं। इसके बाद अश्विन ने इस फैसले को सही साबित किया और उन्होंने हेटमायर के साथ पांचवें विकेट के लिए नाबाद 68 रन जोड़े।
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इसके बाद 18.2 ओवर के बाद राजस्थान रॉयल्स ने अश्विन को रिटायर्ड आउट करके रियान पराग को उनकी जगह भेजा। जो कि एक शानदार फैसला था। अश्विन को उस वक्त उतारा गया जब विकेट बचाना था। उनके द्वारा उनकी जिम्मेदारी निभाने के बाद उन्हें वापस बुलाकर स्लॉग ओवर में पराग को भेजा गया। अश्विन ने 23 गेंदों पर महत्वपूर्ण 28 रन बनाए जिसमें दो छक्के शामिल थे। इसके बाद पराग ने 4 गेंदों पर 200 के स्ट्राइक रेट से 8 रन बनाए। दूसरे छोर से हेटमायर 59 पर नाबाद रहे और टीम का स्कोर 165 तक पहुंचाया।