ईशान किशन आईपीएल के 15वें सीजन (IPL 2022) के लिए हुए मेगा ऑक्शन में सबसे महंगे बिकने वाले खिलाड़ी थे। उन्हें मुंबई इंडियंस ने 15.25 करोड़ की मोटी बोली लगाकर अपने साथ जोड़ा था। लेकिन वह अपनी टीम के मोटी रकम मिलने के बावजूद कुछ खास कर नहीं सके। वह अभी तक मौजूदा सत्र के 11 मैचों में सिर्फ 321 रन बना पाए हैं। उनके सबसे महंगे बिकने के बाद उनके प्रदर्शन पर कई सवाल भी उठे हैं। इसी को लेकर उन्होंने बयान दिया है कि मोटी रकम का उनके ऊपर कितना प्रेशर है।
यह स्वाभाविक है कि मोटी कीमत पर बिकने से भी खिलाड़ी पर अनावश्यक दबाव बनता है। ऐसा ही कुछ मुंबई इंडियंस के ओपनर ईशान किशन के साथ देखने को मिली। यही वजह थी भारतीय टीम के वर्तमान कप्तान रोहित शर्मा और पूर्व कप्तान विराट कोहली ने आईपीएल ऑक्शन में सर्वाधिक धनराशि में बिके ईशान किशन को उन चीजों को लेकर परेशान नहीं होने की सलाह दी थी जो उनके नियंत्रण में नहीं हैं। ईशान ने इस बात को खुद स्वीकार किया है।
मोटी रकम में बिकने का प्रेशर होता है?
ईशान किशन ने यह स्वीकार किया कि मोटी कीमत का दबाव पहले कुछ दिन तक उनके दिमाग में बन गया था लेकिन भारतीय टीम के उनके साथियों ने उन्हें इस बारे में नहीं सोचने की सलाह दी। ईशान ने मुंबई और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच होने वाले मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘मोटी कीमत पर खरीदे जाने का दबाव पहले कुछ दिन तक रहेगा और जब इसका एहसास होता है तो सीनियर साथियों से बात करना और उन्हें अपनी समस्या बताने का फायदा मिलता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कई सीनियर जैसे रोहित भाई (Rohit Sharma), विराट भाई (Virat Kohli) और हार्दिक भाई (Hardik Pandya) ने कहा कि मुझे मोटी कीमत के बारे में नहीं सोचना चाहिए। क्योंकि मैंने यह धनराशि नहीं मांगी थी। यदि किसी ने (मुझ पर) विश्वास किया है, तो तब उन्होंने ऐसा (बड़ी बोली लगाना) किया। मोटी कीमत के बारे में सोचने के बजाय यह महत्वपूर्ण है कि मैं अपने खेल में सुधार करने के बारे में कैसा सोचता हूं। सीनियर से बात करने पर मुझे इसमें मदद मिली क्योंकि वे सभी उस दौर से गुजर चुके हैं।’’
ईशान को मिला कोच और कप्तान का समर्थन
ईशान ने कहा कि कप्तान रोहित और मुख्य कोच महेला जयवर्धने ने उन्हें अपना स्वाभाविक खेल खेलने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा, ‘‘कप्तान और कोच ने मुझे अपना (स्वाभाविक) खेल खेलने को कहा। टीम में सभी की अपनी भूमिका है और मेरी भूमिका टीम को अच्छी शुरुआत देना है। यदि मैं क्रीज पर पांव जमा लेता हूं तो मुझे 30 और 40 रन पर आउट होने से बचना चाहिए और उसे बड़े स्कोर में बदलना चाहिए।’’
(With Bhasha Inputs)