इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 के 67वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और गुजरात टाइटंस के मैच के शुरुआती आधे घंटे में ही डीआरएस की तकनीक पर सवाल उठने लगे। पारी के छठे ओवर की दूसरी गेंद पर मैथ्यू वेड को अंपायर ने आउट दिया लेकिन उन्होंने तुरंत रिव्यू लिया और रिप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद उनके बल्ले के अंदरूनी हिस्से से लग कर दिशा बदल रही है। लेकिन स्निकोमीटर में कोई स्पाइक नहीं दिखी। इसके बाद बॉल ट्रैकिंग से थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट करार दिया।
गुस्से से लाल दिखे मैथ्यू वेड
गुजरात की पारी का छठा ओवर फेंक रहे थे ग्लेन मैक्सेवेल और दूसरी गेंद पर उनके सामने थे मैथ्यू वेड। वेड ने बॉल को स्वीप किया और गेंद उनके पैड पर जा लगी। मैक्सवेल की जोरदार अपील पर अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया जिसके तुरंत बाद वेड ने डीआरएस ले लिया। रिप्ले में बॉल साफ-साफ मैथ्यू वेड के बल्ले के अंदरूनी हिस्से से लग कर डिफ्लेक्ट हो रही थी। लेकिन अल्ट्रा एज या स्निकोमीटर में कुछ भी हरकत नहीं दिखी। इसके बाद थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया।
इसके बाद मैदान से बाहर जाते वक्त मैथ्यू वेड गुस्से से बुरी तरह लाल दिखे। एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आय जिसमें वे ड्रेसिंग रूम में जाते ही हेल्मेट फेंकते और बल्ले से तोड़-फोड़ करते नजर आए। ऐसा होना लाजिमी भी था। रिप्ले में साफ-साफ दिख रहा था कि गेंद उनके बल्ले से लगी है। वापस जाते समय विराट कोहली भी उनसे बात करते नजर आए। इस सीजन में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि डीआरएस तकनीक सवालों के घेरे में आई हो।
IPL 2022 में DRS प्रक्रिया को लेकर हुए विवाद
मुंबई इंडियंस के एक मैच में भी ऐसा ही कुछ देखने को मिला था। मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा के बैट से गेंद दूर दिख रही थी लेकिन स्निकोमीटर में स्पाइक पहले ही दिख गई थी। इस मौके पर रोहित भी काफी गुस्से में दिखे थे। इसके बाद चेन्नई सुपर किंग्स के एक मैच में पॉवरकट हो गया था जिसके कारण डेवोन कॉन्वे साफ-साफ नॉटआउट होने के बावजूद डीआरएस नहीं ले पाए थे। रॉबिन उथप्पा के साथ भी यही हुआ था वह भी चाह कर डीआरएस नहीं ले पाए थे। उस वक्त भी इस तकनीक पर कई सवाल उठे थे।