IPL 2022 में चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए सबकुछ ठीक नहीं नजर आ रहा है। सीजन के पहले टीम को चार बार खिताब जिताने वाले एमएस धोनी ने कप्तानी छोड़ने का फैसला किया था। इसके बाद रविंद्र जडेजा टीम के कप्तान बने। फिर 8 मैचों में 6 हार के बाद फ्रेंचाइजी ने यह बयान रिलीज किया कि, जडेजा ने धोनी को कप्तानी वापस सौंप दी है। ऐसे में इस पूरे मामले पर भारत और सीएसके के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने सवाल उठाया है।
जहां तक सीजन के पहले ही यह फैसला हो गया होगा कि रविंद्र जडेजा को ही टीम का कप्तान बनाना है और एमएस धोनी कप्तानी छोड़ेंगे। रिटेंशन में भी जडेजा 16 करोड़ के साथ फर्स्ट और धोनी 12 करोड़ के साथ सेकंड च्वाइस थे। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच के बाद धोनी ने भी कहा कि, जडेजा को पिछले सीजन से ही पता था कि कप्तान वही बनने वाले हैं। इस पर इरफान ने कहा अगर धोनी को कप्तानी छोड़नी थी, फिर ऑक्शन में टीम जडेजा के मुताबिक क्यों नहीं बनाई गई?
इरफान ने उठाया सवाल
इरफान ने एक यू ट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा,"बिल्कुल मैं सीएसके के इस फैसले से हैरान था। उन्होंने इस साल आईपीएल शुरू होने के दो दिन पहले जडेजा को कप्तान बना दिया। लेकिन अगर धोनी ने कप्तानी छोड़ने का मन बना लिया था तो जडेजा को मेगा ऑक्शन में शामिल करना चाहिए था। वहीं अगर धोनी ने आखिरी लम्हों में यह फैसला लिया तो जडेजा इसका मतलब ऑक्शन में शामिल नहीं थे।"
IPL 2022: एमएस धोनी ने खुद बताया रविंद्र जडेजा के कप्तानी छोड़ने का कारण, पिछले सीजन ही हो चुका था यह फैसला!
जडेजा के समर्थन में बोले पूर्व ऑलराउंडर
इरफान ने आगे कहा कि,"चेन्नई सुपर किंग्स हमेशा से बेस्ट फ्रेंचाइजी रही है। यहां सभी खिलाड़ियों को समान दर्जा मिलता है। लेकिन इस फैसले ने मुझे हैरान कर दिया। जडेजा को आपने सबसे ऊपर रिटेन किया था और वह आपकी पहली च्वाइस थे। भले ही उन्होंने खुद कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया हो लेकिन उन्हें फ्रेंचाइजी से बात करनी चाहिए थी। रुतुराज ने भी कुछ मैचों में अच्छा नहीं खेला उन्हें भी तो टीम मैनेजमेंट ने बैक किया।"
Image Source : ट्विटरइरफान पठान ने सीएसके के इस फैसले पर सवाल उठाया है
भारत के पूर्व ऑलराउंडर ने अंत में कहा कि,"रविंद्र जडेजा को को कप्तानी जारी रखनी चाहिए थे। क्या पता 2-3 जीत से उनका कॉन्फिडेंस बढ़ जाता। फिलहाल अब मैं जडेजा को बतौर प्लेयर इस सीजन में देखने के लिए उत्सुक हूं। देखना है कि कप्तानी छोड़ने के बाद वह क्या करते हैं।" उनके बयान से साफ लगा कि वह जडेजा को कप्तान के तौर पर देखना चाहते थे। साथ ही फ्रेंचाइजी को भी अगर जडेजा को कप्तान बनाना था तो टीम भी उनके हिसाब से ही बनानी चाहिए थी।
गौरतलब है कि इस सीजन में बतौर कप्तान पहला मैच खेलने के बाद धोनी ने भी जडेजा की कप्तानी पर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि, इससे उसके खेल पर असर पड़ रहा था। वहीं धोनी यह भी बोले थे कि, उसे पिछले सीजन में ही पता था कि कप्तान वह बनेंगे। धोनी ने यह भी कहा कि, पहले दो मैचों में मैंने फैसले लिए उसके बाद जडेजा को फैसले लेने के लिए बोला। लेकिन पहली बार कप्तानी करने वाले जडेजा का यह अनुभव अच्छा नहीं रहा और 8 में से 6 मैचों में उन्हें हार झेलनी पड़ी।