EXCLUSIVE | मुरली कार्तिक ने की शॉ-गिल की तुलना, कहा ऑस्ट्रेलिया में शुभमन ने बटौरी सुर्खियां तो आईपीएल में जलवे बिखेर रहे हैं पृथ्वी
पृथ्वी शॉ ने केकेआर के खिलाफ 41 गेंदों पर 11 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 82 रन की लाजवाब पारी खेली और अपनी टीम को 7 विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गुरुवार रात पृथ्वी शॉ का तूफान आया। इस तूफान ने केकेआर के खेमे में काफी तबाही मचाई। शॉ ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 41 गेंदों पर 11 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 82 रन की लाजवाब पारी खेली और अपनी टीम को 7 विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
ये वही पृथ्वी शॉ है जिनकी आज से 4-5 महीने पहले जमकर आलोचना हो रही थी, फैन्स उनकी बैटिंग टैकनीक पर सवाल उठा रहे थे। लेकिन अब अपनी सभी खामियों पर काम कर शॉ ने अपने आलोचकों के मुंह पर ताला लगा दिया है। शॉ के इस प्रदर्शन से भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर और इंडिया टीवी के एक्सपर्ट मुरली कार्तिक काफी प्रभावित हुए और उन्होंने कहा कि शॉ ने केकेआर को मारा नहीं बल्कि तोड़ा है।
शॉ ने केकेआर को मारा नहीं बल्कि तोड़ा है
इंडिया टीवी के शो क्रिकेट धमाका पर मुरली कार्तिक ने कहा "मुझे तो लग रहा था कि 10 विकेट से जीत जाएंगे, लेकिन वह ज्यादा लालची हो गए और मैच जल्दी खत्म करने के चक्कर में उन्होंने अपने कुछ विकेट खोए। पृथ्वी शॉ ने क्या बल्लेबाजी की। शॉ ने लाजवाब बल्लेबाजी की। एक होता है विपक्षी टीम को मारना ये उन्होंने बिल्कुल तोड़ दिया और इतना तोड़ा कि उनके पास वापसी का कोई मौका ही नहीं था।"
कमाल है क्रिकेट का खेल दिखाता है अलग-अलग रंग
पिछले साल के अंत में जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तो वहां शॉ फ्लॉप साबित हुए थे जिसके बाद गिल को टीम इंडिया में जगह मिली थी। गिल ने उस टेस्ट सीरीज में लाजवाब प्रदर्शन करते हुए सुर्खियां बटौरी थी। लेकिन अब गिल आईपीएल में जूझते दिखाई दे रहे हैं, वहीं शॉ शानदार फॉर्म में दिखाई दे रहे हैं। मुरली कार्तिक ने कहा कि ये ही हमारे खेल का कमाल है और यह अलग-अलग रंग दिखाता है।
उन्होंने कहा "हमारा गेम कमाल का है। सोचिए पृथ्वी शॉ और शुभमन गिल दोनों ओपनर के रूप में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे। पहले मौका शॉ को मिला था वो फॉर्म में ना होने के चलते बाहर हो गए। उसके बाद शुभमन गिल के बल्ले पर गेंद अच्छे से लग रही थी तो उनकी चर्चा हो रही थी। अब वापस आईपीएल आने के बाद पृथ्वी शॉ क्या बल्लेबाजी कर रहे हैं और शुभमन गिल के बल्ले पर बॉल सही से लग नहीं रही। इससे यह पता चलता है कि यह खेल कितना महान है और फॉर्म में कितनी जल्दी फेरबदल हो सकता है। यह खेल अलग-अलग रंग दिखाता है।"
शॉ की मेहनत दिख रही है
ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद शॉ ने अपनी खामियों पर काफी काम किया और दिल्ली कैपिटल्स के असिस्टेंट कोच प्रवीण आमरे के साथ भी काम किया। कार्तिक ने कहा कि जब खिलाड़ी बुरी फॉर्म से गुजर रहा होता है तो उसे अपनी टैकनीक के साथ मानसिक्ता पर भी काम करना होता है।
कार्तिक ने कहा "प्रवीण आमरे दिल्ली कैपिटल्स के कोच हैं। शॉ ने खुद बताया है कि उन्होंने आमरे के साथ टेकनीक पर काम करने के लिए काफी समय बिताया है। कभी कभी टेकनीक के साथ मनसिक स्थिति पर भी काम करने की जरूरत होती है उस पर शॉ ने काम किया और वह दिख रहा था। शॉ की काफी आलोचना हो रही थी। गिल से मुझे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन अभी उनके रन नहीं बन रहे हैं।"
मोर्गन की रणनीति देख हक्के-बक्के रह गए थे कार्तिक
इस मैच में केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन की रणनीति भी किसी के समझ नहीं आई। 155 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने गेंदबाजी की शुरुआत अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज पैट कमिंस से कराने की जगह शिवम मावी से कराई। शॉ ने इसका फायदा उठाया और पहले ही ओवर में 6 चौके जड़ दिए। जब कार्तिक से मोर्गन के इस फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह भी यह देखकर हक्के बक्के रह गए थे।
उन्होंने कहा "जी मैं थोड़ा हक्का-बक्का रह गया था। जब आप मैदान पर उतरते हैं तो अपने प्लान लेकर आते हैं। लेकिन सबसे जरूरी है क्रिकेट की समझ। अगर आप 155 रन के स्कोर को डिफेंड करते हैं तो आप सबसे पहले अपने बेस्ट बॉलर की ओर देखते हैं ताकि आपको शुरुआत में विकेट मिल सके। अब ये उन्होंने किया क्या है इसका जवाब तो खुद मोर्गन ही दे सकते हैं।"