दुबई| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने शानदार प्रदर्शन किया है और प्लेऑफ में जगह बनाई है। उसके इस प्रदर्शन की एक बड़ी वजह लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का शानदार फॉर्म रहा है। चहल ने लीग चरण के 14 मैचों में 20 विकेट लिए हैं और अभी इस समय लीग में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ियों की सूची में शीर्ष पांच में हैं।
न्यूजीलैंड के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी स्कॉट स्टायरिस ने बताया है कि चहल ने अपनी गेंदबाजी शैली में कुछ बदलाव किए हैं और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की स्थितियों को अच्छे से समझ कर उनके साथ तालमेल बिठाया है जिससे उन्हें विकेट लेने में मदद मिली है और इसलिए बेंगलोर को भी मदद मिली।
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स्टायरिस ने स्टार स्पोटर्स के शो पर कहा, "पहले इस बात पर ध्यान दीजिए की चहल ने 2020 में विकेट कहां लिए हैं और किस लैंथ पर गेंद डाली है। जिसमें से 12 फुल लैंग्थ की गेंदों पर मिले विकेट हैं और पांच गुड लैंग्थ। अब 2019 में देखिए, जहां वे बेंगलोर के लिए शानदार प्रदर्शन करने में सफल रहे थे, उन्होंने 15 विकेट गुड लैंथ और सिर्फ तीन विकेट ही फुल लैंथ पर लिए।"
उन्होंने कहा, "यह मुझे कुछ चीजें बताती हैं कि यूएई में फुल लैंथ पर गेंदबाजी करना असरदार है क्योंकि भारत और यूएई में अलग-अलग स्थितियां हैं इसलिए वे फुल लैंथ पर गेंदबाजी कर रहे हैं। आप किस तेजी से गेंदबाजी करते हैं यह भी काफी अहम है।"
स्टायरिस के मुताबिक, "चहल हवा मे गेंद को धीमा फेंक रहे हैं और गेंद को आगे भी डाल रहे हैं जिसके चलते वे बल्लेबाज को ड्राइव करने के लिए बुला रहे हैं और गलती करने पर मजबूर कर रहे हैं।" उन्होंने कहा, "वह गेंद को आगे डालने और बल्लेबाज को ड्राइव कराने की कोशिश कर रहे हैं।"