नई दिल्ली। बीसीसीआई ने 19 सितंबर से शुरू हो रही इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान सट्टेबाजी से जुड़ी अनियमितताओं का पता लगाने के लिये स्पोर्टराडार की सेवायें ली है। कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल भारत से बाहर हो रहा है।
एक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘अनुबंध के तहत आईपीएसल 2020 के सारे मैचों पर स्पोर्टराडार की इंडीग्रिटी सेवाओं की नजर रहेगी ताकि सट्टेबाजी का पता लगाया जा सके।’’ इसमें कहा गया, ‘‘स्पोर्टराडार बीसीसीआई को जोखिम आकलन भी देगा और इसकी खुफिया तथा जांच सेवाओं का भी जरूरत पड़ने पर बोर्ड इस्तेमाल कर सकेगा।’’
स्पोर्टरडार के एमडी एंड्रियास क्रानिक ने कहा, "हम जानते हैं कि बीसीसीआई ईमानदारी को गंभीरता से लेता है, और हम पूरे टूर्नामेंट में उनके साथ काम करने और उनके अखंडता कार्यक्रम में हमारा समर्थन प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।"
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गौरतलब है कि आईपीलए का 13वां सत्र खाली स्टेडियमों में खेला जाएगा और ऐसे में अजित सिंह की अगुवाई वाली बीसीसीआई भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के सामने एक अलग तरह की चुनौती होगी क्योंकि कुछ राज्यस्तरीय लीग के दौरान सट्टेबाजी से जुड़ी धोखाधड़ी बढ़ी है और इस लुभावनी प्रतियोगिता के दौरान इसके बढ़ने की संभावना है। स्पोर्टरडार फीफा (विश्व फुटबॉल संस्था), यूएफा (यूरोपीय फुटबॉल की संस्था) और विश्व भर की विभिन्न लीग के साथ काम कर चुका है।