कोरोनावायरस का असर क्रिकेट जगत पर साफ देखने को मिल रहा है। इस महामारी की वजह से तय कार्यक्रम पर कोई भी सीरीज नहीं हो पा रही है जिस वजह से दुनियाभर के क्रिकेट बोर्ड को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई भी अछूता नहीं रहा है। इस महामारी की वजह से बीसीसीआई ने आईपीएल का आयोजन अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया है। अगर इस साल आईपीएल नहीं होता है तो बोर्ड को लगभग 4000 करोड़ रुपए का नुकसान होगा और हो सकता है इसकी भरपाई बोर्ड खिलाड़ियों के वेतन में कटौती करके करें। इसके संकेत खुद बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दिए हैं।
सौरव गांगुली ने मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में कहा "हमें अपनी वित्तीय स्थिति की जांच करनी होगी, देखना होगा कि हमारे पास कितना पैसा है और उसके बाद ही हमें कोई फैसला लेना होगा। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की मेजबानी नहीं करने से R4,000 करोड़ का नुकसान होगा जो कि बहुत बड़ा है। यदि आईपीएल होता है तो हमें खिलाड़ियों के भुगतान में कटौती के लिए नहीं जाना पड़ेगा। हम मैनेज कर लेंगे।"
इस महामारी के कारण देश में अभी लॉकडाउन 3 लगा हुआ है जो 17 मई तक चलेगा। बीसीसीआई अब सरकार के फैसले का इंतजार कर रही है। अगर सरकार की इजाजत मिलती है तो बीसीसीआई शीर्ष खिलाड़ियों की ट्रेनिंग शुरू कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो हो सकता है बीसीसीआई अगले कुछ महीनों में बंद दरवाजों में आईपीएल के आयोजन का ऐलान कर दें।
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बात भारतीय खिलाड़ियों के कॉन्ट्रेक्ट की करें तो भारत में चार ग्रेड हैं- ए प्लस, ए,बी और सी। इन सभी ग्रेड के खिलाड़ियों को क्रमश: 7 करोड़, 5 करोड़, 3 करोड़ और 1 करोड़ की राशि का भुगतान बीसीसीआई करती है।
ग्रेड ए प्लेस में भारतीय कप्तान विराट कोहली के साथ उप कप्तान रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह है। ए ग्रेड में वो खिलाड़ी है जो तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और टी20 में भारतीय टीम का हिस्सा रहते हैं। ग्रेड बी में वो खिलाड़ी आते हैं जो कम से कम एक फॉर्मेट खेलते हैं और सभी नए खिलाड़ियों को ग्रेड सी में रखा जाता है।