नई दिल्ली। लोकेश राहुल को किंग्स इलेवन पंजाब की कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपी गयी है जिसके लिये वह उस जानकारी का इस्तेमाल करना चाहेंगे जो उन्होंने बीते वर्षों में महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा की नेतृत्व क्षमता को देखकर हासिल की है।
शीर्ष क्रम में बल्ले से दो शानदार सत्र के बाद उन्हें यह मौका दिया गया है। राहुल से जब उनकी कप्तानी में कोहली या धोनी की झलक की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुनिंदा मीडिया से कहा,‘‘निश्चित रूप से। ये कम से कम पिछले 10 वर्षो से सबसे ज्यादा प्रेरणादायी क्रिकेटर और कप्तान रहे हैं। उनकी अगुआई में खेलने का मौका मिलना सीखने के लिये शानदार चीज है।’’
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उन्होंने कहा,‘‘दोनों (कोहली और धोनी) बिलकुल विपरीत हैं और टीम की अगुआई अलग तरीके से करते हैं। लेकिन टीम के लिये उनका जुनून एक समान है, वे हमेशा जीतना और टीम को एक साथ आगे बढ़ाना चाहते हैं।’’
राहुल ने कहा,‘‘मैं भी अपनी टीम के साथ इसी का इस्तेमाल करना चाहता हूं। यह टीम की तरह महसूस होना चाहिए, यह परिवार की तरह महसूस होना चाहिए।’’
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दुबई से बात करते हुए राहुल ने कहा कि उन्होंने सिर्फ भारतीय कप्तानों से ही नहीं बल्कि प्रतिद्वंद्वी टीम के कप्तानों से भी नेतृत्व क्षमता के गुर सीखे हैं।
उन्होंने कहा,‘‘हम हमेशा मैदान पर मैच देखते थे, मैं सीखने पर हमेशा निगाहें लगाये रखता था। आप रोहित (मुंबई इंडियंस के कप्तान और 2018 में भारतीय टीम के कप्तान) जैसे खिलाड़ियों को देखकर काफी कुछ सीखते हो।’’
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राहुल ने कहा,‘‘खिलाड़ी जैसे केन विलियमसन। उम्मीद करता हूं कि यह सब कुछ मेरे दिमाग में हो ताकि मैं टूर्नामेंट के दौरान इसका इस्तेमाल कर सकूं।’’