अप्रैल के अंत तक भी फ्रेंचाइजियों को आईपीएल के आयोजन की नहीं है उम्मीद
भारत में 21 दिन का लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म होगा। ऐसे में 15 अप्रैल से अगर आईपीएल में हिस्सा लेने वाले विदेशी खिलाड़ियों को विजा दिया भी जाता है तो भी इसके आयोजन में कम से कम 12 से 14 दिन समय और लग सकता है।
कोरना वायरस महामारी के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले 21 दिन के लिए पूरे देश में लॉकडाउन का एलान किया। प्रधानमंत्री के इस घोषणा के साथ ही इंडियन प्रीमियर लीग 2020 के आयोजन पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इस साल आईपीएल का 13वां सीजन खेला जाना था और सबसे पहले इसकी शुरुआत 29 मार्च होनी थी लेकिन कोरना वायरस के प्रकोप के कारण इसके आयोजन को टाल कर 15 अप्रैल कर किया गया था लेकिन 21 दिन के इस लॉकडाउन के बाद अब इसके आयोजन को लेकर कोई साफ स्थिति बनती नहीं दिख रही है।
हिन्दुस्तान टाइम्स के सूत्रों के मुताबित आईपीएल के एक फ्रेंचाइजी के शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि अभी हम आईपीएल पर चर्चा भी नहीं कर रहे हैं। कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी लेकिन इस साल आईपीएल की मेजबानी करना अब थोड़ा मुश्किल लग रहा है।
आपको बता दें कि भारत में 21 दिन का लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म होगा। ऐसे में 15 अप्रैल से अगर आईपीएल में हिस्सा लेने वाले विदेशी खिलाड़ियों को विजा दिया भी जाता है तो भी इसके आयोजन में कम से कम 12 से 14 दिन समय और लग सकता है। इसके पीछे की सबसे बड़ी परेशानी यह कि मार्च के तीसरे सप्ताह में संबंधित राज्य सरकारों द्वारा पहले से ही लागू किए गए लॉकडाउन के कारण अधिकांश संघों ने केवल वर्क-फॉर्म-होम आधार पर काम करने वाले शीर्ष अधिकारियों के साथ संचालन बंद कर दिया है।
ऐसे में 15 अप्रैल से भी आईपीएल की मेजबानी की तैयारी की जाती है तो भी इसमें काफी समय लगने की उम्मीद है।
वहीं आईपीएल की मेजबानी को लेकर दिल्ली क्रिकेट एंव जिला संघ के एक अधिकारी ने कहा, ''मार्च महीनें के बीच में ही आईपीएल से संबंधित सभी कामों को रोक दिया गया था, केवल वीआईपी बॉक्स का निर्माण कार्य ही चल रहा था। वहीं कोरोना वायरस के कारण हमें पहले ही 15 अप्रैल तक आईपीएल से संबंधित काम नहीं करने के लिए कहा गया थाल ऐसे में आईपीएल मैचों की मेजबानी को लेकर अभी तक कोई साफ स्थिति बनती नहीं दिख रही है।''
बता दें कि कोरोना वायरस प्रकोप के कारण दिल्ली की सरकार ने सबसे पहले आईपीएल की मेजबानी पर प्रतिबंध लगाया था। इस एलान के साथ ही अरुण जेटली स्टेडियम में आईपीएल की मेजबानी से संबंधित सभी तरह की तैयारियों को रोक दिया गया।
डीडीसीएल के अधिकारी ने कहा, ''कुछ दिन पहले दिल्ली कैपिटल्स के अधिकारी स्टेडियम का मुयाना करने आए थे। उन्होंने आईपीएल की तैयारियों को देखकर निराशा जाहिर की क्योंकि लॉकडाउन की वजह से पूरी तरह से काम ठप्प पड़ा हुआ है और किसी भी तरह के टूर्नामेंट के आयोजन के लिए पिच और बांकी चिजों को तैयार करने में कम से कम दो सप्ताह का समय लगता है।''
ऐसे में अब उम्मीद की जा रही है कि अगले महीने अप्रैल के अंत तक भी इस बड़े टूर्नामेंट का आयोजन संभव नहीं दिख रहा है।