दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच हुए रोमांचक मैच में अंपायर नितिन मैनन द्वारा की गई गलती पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर किंग्स इलेवन पंजाब ने अपील भी की है।
दरअसल, पंजाब की टीम को जब अंतिम 10 गेंदों पर 21 रन की जरूरत थी। 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर मयंक अग्रवाल ने दो रन लिए लेकिन तब स्क्वायर लेग पर खड़े अंपायर नितिन मेनन ने क्रिस जॉर्डन के रन को शॉर्ट रन करार दिया और दो की जगह पंजाब के खाते में एक रन जुड़ा।
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इसके बाद जब स्क्रीन पर इसका रिप्ले चला तो हर किसी ने देखा कि जोर्डन ने पूरा रन लिया था, लेकिन इसके बावजूद अंपायर ने अपना फैसला नहीं बदला और उनका यही फैसला पंजाब पर भारी पड़ा।
आखिरी ओवर की पहली चार गेंदों पर 12 रन ठोंक कर मयंक अग्रवाल ने स्कोर बराबर कर दिया था, लेकिन इसके बाद स्टॉइनिस ने लगातार दो गेंदों पर मयंक और जॉर्डन को आउट कर मैच टाई करवा दिया। मैच सुपर ओवर में गया और दिल्ली ने आसानी से उसे जीत लिया।
KXIP के सीईओ सतीश मेनन ने पीटीआई को "हमने मैच रेफरी से अपील की है। इंसान से गलती हो सकती है और हम समझते सकते हैं, लेकिन आईपीएल जैसे विश्व स्तर के टूर्नामेंट में इन जैसी गलतियों के लिए कोई जगह नहीं है। यह एक रन हमारे प्लेऑफ में ना जाने का कारण बन सकता है।"
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उन्होंने कहा "एक मैच हारना बड़ी हार है, जो सही नहीं है। आशा करते हैं कि इसकी समीक्षा की जाएगी और ऐसी गलती फिर नहीं होगी।"
इससे पहले किंग्स इलेवन पंजाब की सह मालिक प्रीति जिंटा भी अपना गुस्सा जाहिर कर चुकी है। उन्होंने ट्वीट किया "मरामारी के दौरान उत्सुक्तापूर्वक यात्रा की, 6 दिन क्वारंटीन किया, हसंते हुए 5 कोविड-19 टेस्ट करवाए, लेकिन ये शॉट रन ने बहुत चोट पहुंचाई। तकनीक का क्या मतलब है जब इसका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता? यह समय है बीसीसीआई को नया नियम लाने का। यह हर साल नहीं हो सकता।"