IPL-2018: रजनीकांत ने दिया IPL को राजनीतिक रंग, 10 अप्रैल को CSK का मैच हो सकता है रद्द
दक्षिण के सुपरस्टार और अब राजनीति में सक्रिय रजनीकांत ने IPL को राजनीतिर रंग दे दिया है. ऐसे में 10 अप्रैल को चेन्नई में हैने वाले मैच पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
चेन्नई: IPL 2018 के पहले रोमांचक मैच में शनिवार को मुंबई में चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस को एक विकेट से हराकर दो साल के बाद वापसी कर शानदार जीत हासिल की. ज़ाहिर है इस जीत से चेन्नई के समर्थक बेहद ख़ुश हैं क्योंकि एक समय लग रहा था कि मैच चेन्नई के हाथ से निकल जाएगा. बहरहाल एक तरफ जहां चेन्नई जीत का जश्न मना रही है वहीं दक्षिण के सुपरस्टार और अब राजनीति में सक्रिय रजनीकांत ने IPL को राजनीतिर रंग दे दिया है. ऐसे में 10 अप्रैल को चेन्नई में हैने वाले मैच पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
रजनीकांत ने कहा कि कावेरी जल विवाद के बीच IPL देखना तकलीफदेह है. उन्होंने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स को विरोध स्वरुप काली पट्टी बांधकर खेलना चाहिए. उन्होंने कहा कि IPL के लिए ये समय ठीक नही है.
इस बीच तमिलनाडु में कावेरी नदी पर विवाद की आंच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) तक पहुंच गई है। राज्य में केंद्र सरकार पर कावेरी प्रबंधन बोर्ड गठित करने का दबाव बनाने के लिए प्रदर्शनों के बीच अब आईपीएल बॉयकॉट करने की मांग तेज होती जा रही है। राजनीतिक दल लोगों और आयोजकों से अपील कर रहे हैं कि वे 10 अप्रैल को चेन्नै में होने वाले आईपीएल मैच का बहिष्कार करें।
ग़ौरतलब है कि गुरुवार को तमिझगा वाजवुरीमई काची पार्टी के नेता टी. वेलमुर्गन ने लोगों से मैच का बहिष्कार करने की अपील की थी. अब AIADMK से निकलकर अम्मा मक्कल मुनेत्र कषगम पार्टी बनाने वाले टीटीवी दिनकरन ने भी यह मांग उठाई है. उन्होंने कहा है कि क्रिकेट के ऊपर किसानों की परेशानी को रखना चाहिए. उनका कहना है कि राज्य में किसान पानी की कमी झेल रहे हैं और उनकी परेशानियां कम नहीं हो रहीं और ऐसे में आईपीएल का समर्थन कैसे किया जा सकता है.
16 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के कावेरी नदी का पानी कर्नाटक के साथ बांटने का फैसला देने के बाद से तमिलनाडु में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी हैं. राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन केंद्र पर कावेरी प्रबंधन बोर्ड बनाने का दबाव डाल रहे हैं.
इस बीच आईपीएल से जुड़े सूत्रों के मुताबिक टीमों के मैच कैंसल नहीं किए जाएंगे.