राशिद का करिश्माई प्रदर्शन, विलियमसन की कप्तानी समेत जानिए सनराइजर्स हैदराबाद की जीत के 5 कारण
कोलकाता नाइट राइडर्स को 13 रन से हराकर सनराइजर्स हैदराबाद ने आईपीएल 2018 के फाइनल में जगह बनाई। 27 मई को चेन्नई सुपर किंग्स से होगी टक्कर।
आईपीएल 2018 में खेले गए दूसरे क्वालीफायर मैच में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने बेहद रोमांचक मुकाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स को 13 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ ही हैदराबाद की टीम आईपीएल 2018 के फाइनल में भी पहुंच गई। फाइनल में अब टीम का मुकाबला 27 मई को चेन्नई सुपर किंग्स से होगा। क्वालीफायर 2 में कई जगह ऐसा लग रहा था कि मैच कोलकाता की पकड़ में है और हैदराबाद की टीम हार सकती है। लेकिन फिर टीम ने शानदार वापसी की और मुकाबले को जीत लिया। आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर कैसे हैदराबाद की टीम ने मुकाबले को अपने नाम कर लिया। क्या रहे हैदराबाद की जीत के कारण।
राशिद खान बने 'किंग खान': अगर कहा जाए कि पूरे मैच में सिर्फ और सिर्फ राशिद खान छाए रहे तो ये बिल्कुल भी गलत नहीं होगा। राशिद ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और फील्डिंग में बेहतरीन प्रदर्शन किया और मुकाबले में अपनी टीम को अकेले दम पर जिता दिया। राशिद ने पहले बेहद दबाव में बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 10 गेंदों में 2 चौके, 4 छक्कों की मदद से 34 रन ठोक डाले। इसके बाद उन्होंने गेंदबाजी के दौरान 4 ओवरों में 19 रन देकर 3 विकेट झटके। फील्डिंग में उन्होंने 2 कैच, 1 रन आउट भी किया।
टीम को मिली अच्छी शुरुआत: हैदराबाद की टीम की एक और वजह ये रही कि टीम को शिखर धवन और रिद्धिमान साहा ने बेहतरीन शुरुआत दिलाई। दोनों बल्लेबाजों ने क्रीज पर उतरकर शानदार बल्लेबाजी की और पहले विकेट के लिए 56 रनों की साझेदारी की। दोनों की इस साझेदारी ने एक अच्छे स्कोर की बुनियाद रखी।
शकिब का ऑलराउंड खेल: शाकिब ने भी अपनी टीम को मैच जिताने में अहम भूमिका निभाई। शाकिब ने बल्लेबाजी में 24 गेंदों में 28 रनों की पारी खेली। वहीं, शाकिब ने गेंदबाजी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 3 ओवरों में 16 रन देकर कोलकाता के सबसे बड़े बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का विकेट झटका। कार्तिक के इर्द-गिर्द ही कोलकाता की पूरी बल्लेबाजी घूमती है और शाकिब ने कार्तिक का विकेट लेकर अपनी टीम की जीत तय कर दी।
केन विलियमसन की रणनीति: हैदराबाद की टीम अगर फाइनल में पहुंची है तो उसमें टीम के कप्तान केन विलियमसन का सबसे बड़ा रोल है। विलियमसन अपनी रणनीति से विरोधी टीमों में खौफ पैदा कर देते हैं। कोलकाता के खिलाफ भी उन्होंने ऐसा ही किया। विलियमसन ने लगातार अपने गेंदबाजों को बदला, कोलकाता के बल्लेबाजों पर दबाव बनाया और मैच को कोलकाता की पकड़ से खींचकर अपनी टीम की झोली में डाल दिया।
कोलकाता के बल्लेबाजों ने फेंके विकेट: हैदराबाद की जीत में कोलकाता के बल्लेबाजों ने भी अहम रोल निभाया। सुनील नरेन से लेकर क्रिस लिन तक हर बल्लेबाज ने अपने विकेट फेंके। लगभग हर बल्लेबाज को अच्छी शुरुआत मिली। लेकिन सारे बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर या फिर जल्दबाजी में आउट हिए। जब मैच कोलकाता की तरफ दिख रहा था तो कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलकर टीम को आसानी से जीत दिला सकता था। लेकिन बल्लेबाजों ने विकेट फेंके और जिसका खामियाजा टीम को फाइनल से बाहर होकर भुगतना पड़ा।