...तो क्या श्रेयस अय्यर की कप्तानी में नहीं खेलना चाहते गौतम गंभीर? लगातार तीसरे मैच से हुए बाहर
लगातार तीसरे मैच में नहीं खेले गौतम गंभीर, दिल्ली की टीम पर लटकी टूर्नामेंट से बाहर होने की तलवार।
आईपीएल 2018 में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम लगातार तीसरे मैच में गौतम गंभीर के बिना उतर रही है और कप्तानी छोड़ने के बाद ये तीसरा मैच है जब गंभीर टीम दिल्ली की टीम से बाहर हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या गंभीर श्रेयस अय्यर की कप्तानी में नहीं खेलना चाहते। क्या गंभीर अपने जूनियर खिलाड़ी की कप्तानी में खेलने से कतरा रहे हैं। हालांकि ये वही गंभीर हैं जिन्होंने दिल्ली की कप्तानी खुद ही छोड़ दी थी और माना जा रहा था कि कप्तानी के लिए अय्यर का नाम भी उन्होंने ही सुझाया था। लेकिन इसके बाद जिस तरह से गंभीर ने खुद ही अपने आप को टीम से बाहर रखा उससे कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।
कप्तानी छोड़ने के बाद पहले मैच में अय्यर ने खुलासा किया था कि गंभीर ने खुद ही ना खेलने का फैसला किया है। लेकिन जरा सोचिए कि गंभीर जैसे खिलाड़ी को कौन कप्तान अपनी टीम में शामिल नहीं करना चाहेगा। भले ही गंभीर कप्तानी में फ्लॉप रहे हों लेकिन वो बेहद अनुभवी खिलाड़ी हैं और उन्हें पता है कि किन हालातों में कैसा खेला जाता है। साथ ही उनका अनुभव भी टीम के काफी काम आ सकता था। गंभीर की मौजूदगी ही विरोधी टीमों पर दबाव बढ़ाने का काम करती है। लेकिन गंभीर के इस फैसले के बाद कई तरह के सवाल खड़े होने लाजमी हैं।
जिन हालातों में गंभीर ने कप्तानी छोड़ी थी उससे देखकर भले ही ये लगा कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया हो लेकिन कहीं ना कहीं ये भी माना जा रहा है कि इस फैसले के पीछे टीम मैनेजमेंट का भी दबाव हो सकता है। ऐसे में कहीं ये तो नहीं कि गंभीर को अंदर से ये बात बुरी लगी हो और इसीलिए वो अय्यर की कप्तानी में खेलने से खुद को रोक रहे हों। आपको ये भी याद दिला दें कि गंभीर जब दिल्ली के कप्तान बने थे तो उन्होंने कहा था कि वो दिल्ली को जिताने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। गंभीर ने कहा था कि वो अपनी घरेलू टीम को आईपीएल चैंपियन बनते देखना चाहता हूं।