आईपीएल के पहले मैच में आज चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी। एम एस धोनी की कप्तानी में चेन्नई की टीम 2 साल बाद अपनी वापसी को यादगार बनाने के इरादे से उतरेगी। तो वहीं, रोहित शर्मा की मुंबई भी अपने घर पर चेन्नई को मात देना चाहेगी। लेकिन मैच से पहले हर किसी का ध्यान धोनी की टीम के खिलाड़ियों की उम्र पर है। फैंस धोनी की टीम को बूढ़ी टीम करार दे रहे हैं। सवाल ये भी उठ रहा है कि बूढ़े शेरों के दम पर आखिर कैसे धोनी पहला मैच और टूर्नामेंट जीतेंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इन सवालों के पीछे की वजह क्या है। तो आइए आपको बताते हैं कि आखिर क्यों धोनी की टीम को बूढ़ी टीम कहा जा रहा है आइए जानते हैं।
दरअसल, धोनी की टीम के खिलाड़ियों की उम्र पर नजर डालें तो ज्यादातर खिलाड़ी 30 के आंकड़े को पार कर चुके हैं। टीम के सेनापति यानि धोनी खुद लगभग 37 साल के हैं। इसके बाद हरभजन सिंह (37), शेन वॉटसन (36), ड्वेन ब्रावो (34), फैफ डू प्लेसी (34), केदार जाधव (32), सुरेश रैना (31) साल के हैं। ये सारे ही खिलाड़ी प्लेइंग इलेवन में अहम रोल निभाएंगे और सारे ही 30 के ऊपर के हैं। टीम में 3 खिलाड़ी 35 के पार के हैं, एक खिलाड़ी 35 के आंकड़े को छूने वाला है।
ऐसे में फैंस का सवाल उठाना लाजमी ही है। क्योंकि क्रिकेट खासकर टी20 मैच में तो खिलाड़ियों की फिटनेस काफी मायने रखती है और बढ़ती उम्र के साथ-साथ आपका अनुभव तो बढ़ सकता है लेकिन आपकी फिटनेस और तेजी में कमी आ सकती है। अब देखना दिलचस्प होगा कि धोनी की बूढ़ी टीम आईपीएल में क्या कमाल दिखा पाती है और मुंबई के खिलाफ पहले मैच में टीम किस तरह का प्रदर्शन कर पाती है।