मुंबई: दिल्ली डेयरडेविल्स की बल्लेबाजी इकाई के इस इंडियन प्रीमियर लीग चरण में असफल होने के बाद गौतम गंभीर को कप्तानी से हटने का फैसला करना पड़ा लेकिन भारत के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि कप्तानी कोई मुद्दा नहीं थी।
दिल्ली डेयरडेविल्स ने अभी तक आईपीएल खिताब अपनी झोली में नहीं डाला है और टीम अभी तक छह मुकाबलों में से पांच गंवाने के बाद अंक तालिका में अंतिम स्थान पर है। उन्होंने एकमात्र जीत यहां गत चैम्पियन मुंबई इंडियंस के खिलाफ दर्ज की थी।
मांजरेकर ने कहा,‘‘मुझे नहीं लगता कि गंभीर की कप्तानी एक समस्या थी, सिर्फ बल्लेबाज रन नहीं जुटा रहे जैसे ग्लेन मैक्सवेल का रन नहीं बनाना उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है। इसलिये गंभीर को रन बनाने पड़ रहे क्योंकि अन्य खिलाड़ी असफल हो रहे हैं। गंभीर को उनकी बल्लेबाजी के बजाय उनकी कप्तानी के लिये चुना गया था, पर क्योंकि बल्लेबाजी ग्रुप नहीं चल रहा तो गंभीर बल्लेबाज के रूप में निशाने पर आ गये।’’
इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा ,‘‘मुझे नहीं लगता कि कप्तानी मुद्दा थी लेकिन उन्हें दोबारा से जोश भरने के लिये कुछ करने की जरूरत है। आपको उनके अंतिम परिणाम और तालिका में सबसे निचले स्थान पर होने के बाद इस तरह की घटना होने की उम्मीद थी। यह कुछ बदलाव करने का समय था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रेयस अय्यर भी कप्तान के रूप में कुछ बदलाव नहीं कर सकते , अगर बल्लेबाजी इस तरह की समस्या बनी रहती है। साथ ही उनकी गेंदबाजी ट्रेंट बोल्ट पर ही निर्भर नहीं हो सकती। ’’