IPL क्रिकेट जगत में कितना लोकप्रिय है इसका अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि आज हर क्रिकेटर इससे जुड़ना चाहता है. इसकी एक वजह तो ये है कि इस प्रतियोगिता में खिलाड़ी निखर कर निकलता है और दूसरी वजह है पैसा. लेकिन इंगिलिश काउंटी को ये बिल्कुल रास नही आ रहा है क्योंकि उसके खिलाड़ी काउंटी लीग बीच में छोड़कर IPL की तरफ भाग रहे हैं.
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज़ और मौजूदा में सरे के क्रिकेट डायरेक्टर एलक स्टीवर्ट ने इंग्लिश क्रिकेट बोर्ड से इस मामले में सख़्त नियम बनाने की अपील की है. उनका कहना है कि IPL में खिलाड़ियों को शामिल करने की एक समयावधि तय होनी चाहिए ताकि उसके बाद कोई खिलाड़ी कोई अन्य प्रतियोगिता बीच में छोड़कर नहीं जा सके.
दरअसल हाल ही में टॉम कुरन आख़िरी वक्त में कोलकता नाइट राइडर्स में शामिल हो गए जिसकी वजह से सरे की सीज़न का पूरा प्लान ही चौपट हो गया.
फ़रवरी में नीलामी में कुरन को कोई ख़रीदार नहीं मिला था. उनका बेस प्राइस तब 10 लाख था. इस दौरान इंग्लैंड के न्यूज़ीलैंड दोरे पर कुरन ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. इस बीच मिशल स्टार्क घायल हो गए और KKR ने उनकी जगह कुरन को 1.5 करोड़ में ख़रीद लिया. कुरन ने दो मैच खेले हैं और तीन विकेट लिए हैं. वह ऑलराउंडर हैं.
स्टीवर्ट को कुरन को मिलने वाले पैसे से एतराज़ नही है लेकिन काउंटी चैंपियननशिप के कुछ दिन पहले ही कुरन का IPL में जाना उन्हें खल रहा है क्योंकि इस चैंपियनशिप के लिए वह महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे.
कुरन के अलावा यॉर्कशायर के डेविड विली (CSK) और लियाम प्लंकट (DD) भी अंतिम समय में काउंटी छोड़कर IPL में शामिल हो गए हैं.
स्टीवर्ट ने कहा, "मुझे टॉम के IPL में खेलने से कोई दिक़्क़त नही है क्योंकि वह बेहतर खिलाड़ी बनकर लौटेगा. मसला ये है कि खिलाड़ियों पर किसका नियंत्रण है- वे हमारे खिलाड़ी हैं या IPL के?"