टीम इंडिया के लिए रेड अलर्ट, भारत बनाम बांग्लादेश सीरीज से पहले टेंशन में सेलेक्टर्स
Duleep Trophy: बांग्लादेश के खिलाफ भारतीय टीम को घर पर 19 सितंबर से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, उससे पहले कई स्टार खिलाड़ी आज से शुरू हुई दलीप ट्रॉफी में खेल रहे हैं। पहले दिन के खेल में यशस्वी जायसवाल से लेकर ऋषभ पंत सभी का बल्ला खामोश देखने को मिला।
भारतीय क्रिकेट टीम को 19 सितंबर से घर पर बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है, जिसके लिए अभी टीम का ऐलान होना बाकी है। टीम इंडिया के खिलाड़ी काफी लंबे समय के बाद टेस्ट क्रिकेट में खेलते हुए दिखाई देंगे। ऐसे में कुछ खिलाड़ियों की तैयारी और उनकी फिटनेस को परखने के लिए उन्हें आज से शुरू हुई दलीप ट्रॉफी में खिलाने का फैसला भी किया गया, जिसमें शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, श्रेयस अय्यर, सरफराज खान और ऋषभ पंत का नाम शामिल है। इन सभी के प्रदर्शन पर सेलेक्टर्स की नजरें दलीप ट्रॉफी में टिकी रहने वाली हैं, लेकिन पहले दिन के खेल में ही जायसवाल, अय्यर और पंत तीनों ने ही बल्ले से निराश किया है, जिससे बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज पहले चयनकर्ताओं की टेंशन जरूर बढ़ गई है।
अय्यर और पंत का बल्ला नहीं चलना सेलेक्टर्स के लिए बड़ी चिंता
टीम इंडिया को यदि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के फाइनल में जगह पक्की करनी है तो उनके लिए अगले 4 महीने काफी अहम रहने वाले हैं, जिसमें उन्हें कुल 10 टेस्ट मैच खेलने हैं। इसमें से भारतीय टीम को घर पर 5 टेस्ट मैच खेलने का मौका मिलेगा। ऐसे में बल्लेबाजों पर काफी कुछ निर्भर रहने वाला है। पिछले कुछ सालों में टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर उम्मीद के अनुसार प्रदर्शन करने में कामयाब नहीं हो सका है। जिसमें कुछ नए प्लेयर्स को जहां मौका भी मिला तो वहीं शुभमन गिल को ओपनिंग की जगह पर नंबर 3 पर भेजा गया। हालांकि इसके बावजूद प्रदर्शन में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिल सका। ऐसे में आगामी टेस्ट सीजन शुरू होने से पहले सेलेक्टर्स के लिए सही प्लेयर्स का चयन करना काफी अहम है।
यशस्वी जायसवाल दलीप ट्रॉफी में इंडिया बी टीम से खेल रहे हैं, जिसमें वह पहले दिन ही बल्लेबाजी में सिर्फ 30 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। वहीं ऋषभ पंत जो इसी टीम का हिस्सा हैं वह भी सिर्फ 7 रन ही बनाने में कामयाब हो सके। श्रेयस अय्यर जो टेस्ट टीम में अपनी वापसी की कोशिश कर रहे हैं वह भी इंडिया डी टीम से खेलते हुए बल्ले से कुछ खास नहीं कर सके और 9 रन बनाकर आउट हो गए। इसके अलावा इसी साल टेस्ट क्रिकेट में कदम रखने वाले सरफराज खान, देवदत्त पद्दिकल और रजत पाटीदार ने भी अपने प्रदर्शन से निराश किया। ऐसे में मिडिल ऑर्डर में कुछ नए खिलाड़ियों को मौका देने पर सेलेक्टर्स को विचार करना पड़ सकता है।
मुशीर खान टेस्ट टीम में जगह बनाने के प्रबल दावेदारों में से एक
दलीप ट्रॉफी 2025 के पहले दिन के खेल में जहां टीम इंडिया के कई स्टार खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सभी को निराश किया तो वहीं 19 साल के दाएं हाथ के बल्लेबाज मुशीर खान ने जरूर सेलेक्टर्स का ध्यान अपनी तरफ खींचने का काम किया है। मुशीर ने इंडिया बी टीम की तरफ से खेलते हुए ऐसे समय शतकीय पारी खेली जब उनकी टीम की स्थिति काफी गंभीर दिख रही थी। पहले दिन का खेल खत्म होने पर मुशीर खान 105 रन बनाकर नाबाद भी थे तो वहीं उनकी बल्लेबाजी की एक खास बात ये भी थी कि उन्होंने तेज गेंदबाजों के खिलाफ बेहतर खेल दिखाने के साथ स्पिनर्स की गेंदों पर भी काफी सकारात्मक खेल दिखाया जो सेलेक्टर्स को काफी प्रभावित कर सकती है। क्योंकि पिछले काफी समय से भारतीय टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजी के आगे संघर्ष करते हुए दिखाई दिए हैं। मुशीर मिडिल ऑर्डर में एक बेहतर विकल्प के तौर पर सामने जरूर आए हैं।
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