WTC Scenario : पहला मैच हारकर भी टीम इंडिया फाइनल में कर सकती है एंट्री, जानिए क्या हैं समीकरण
WTC Final Scenario : आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के प्वाइंट्स टेबल में टीम इंडिया नंबर दो पर चल रही है। ऑस्ट्रेलिया की सीरीज का रिजल्ट क्या रहे कि टीम इंडिया फाइनल में एंट्री कर जाए, चलिए जानते हैं।
IND vs AUS World Test Championship Points Table : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज, यानी बार्डर गावस्कर ट्रॉफी एक बार फिर से शुरू होने वाली है। वैसे तो ये टेस्ट सीरीज होती है, लेकिन इसका रोमांच किसी विश्व कप से कम नहीं होता। जब भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें आमने सामने होती हैं तो पूरी दुनिया सांस रोककर इस मुकाबले को देखती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत आ चुकी है और तैयारी जारी है। इस बीच सीरीज का पहला मैच नौ फरवरी से नागपुर में शुरू होगा। इसी सीरीज से तय होगा कि टीम इंडिया आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप यानी डब्ल्यूटीसी के फाइनल में जा पाएगी या नहीं। हालांकि अच्छी बात ये है कि भारतीय टीम इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के बाद अंक तालिका में नंबर दो की कुर्सी पर काबिज है और पूरी संभावना है कि भारतीय टीम ही फाइनल में जाएगी। पहले ये माना जा रहा था कि टीम इंडिया को अपने सभी मैच जीतने होंगे, ताकि डब्ल्यूटीसी के फाइनल में एंट्री मारी जा सके, लेकिन अब समीकरण ऐसे बन रहे हैं कि टीम इंडिया अगर सीरीज का पहला ही मैच हार भी जाती है तो भी संभावनाएं खत्म नहीं होंगी, हालांकि आगे की राह मुश्किल जरूर हो जाएगी। चलिए आपको बताते हैं कि टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में कितने अंतर से हराना होगा और टीम भारतीय टीम के फाइनल में जाने का सिनेरियो क्या बन रहा है।
टीम इंडिया के डब्ल्यूटीसी फाइनल में जाने का सिनेरियो
टीम इंडिया ने पिछले ही साल बांग्लादेश को दो टेस्ट मैचों की सीरीज में पीटा था, इससे भारत के फाइनल में जाने के चांस और भी मजबूत हो गए हैं। उधर ऑस्ट्रेलिया ने भी वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका से अपनी सीरीज जीती है, इसलिए वे इस वक्त नंबर एक कुर्सी पर काबिज हैं। हालांकि माना जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया तो नंबर एक पर रहेगी ही, साथ ही फाइनल में जाने के लिए श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका को भी दावेदार माना जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका को अपने घर पर वेस्टइंडीज से टेस्ट सीरीज खेलनी है, वहीं श्रीलंका और न्यूजीलैंड के बीच भी टेस्ट सीरीज खेली जानी है। टीम इंडिया के लिए सबसे अच्छी बात ये होगी कि भारतीय टीम 4-0, 3-0 या फिर 3-1 से सीरीज जीतती है तो कोई भी दिक्कत नहीं है,यानी भारतीय टीम की फाइनल में जगह पक्की हो जाएगी। अगर भारतीय टीम 2-1 से सीरीज जीतती है तो उसका जीत प्रतिशत 58.8 हो जाएगा। अगर सीरीज पर 2-0 से कब्जा होता है तो जीत का प्रतिशत 60.65 तक चला जाएगा। वहीं टीम इंडिया ने अगर 1-0 से सीरीज जीती तो जीत प्रतिशत 56.94 रह जाएगा। अगर ऐसा परिणाम रहता है तो फिर टीम इंडिया दूसरी टीम के हवाले हो जाएगी। फिर ये देखना होगा कि श्रीलंका की टीम न्यूजीलैंड में कैसा प्रदर्शन करती है और सीरीज का रिजल्ट क्या रहता है। वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने सीरीज के सभी मैच जीत लिए और सीरीज का रिजल्ट 4-0 रहता है तो ही चीचें काफी मुश्किल होंगी। अगर ऑस्ट्रेलिया की टीम भारत को 2-0, 2-1, 3-0, 3-1 से हरा देती है तो टीम इंडिया को बाकी टीमों के प्रदर्शन पर ही निर्भर रहना होगा फिर भारतीय टीम के हाथ में कुछ भी नहीं रह जाएगा। लेकिन एक संभावना ये भी है कि सीरीज के चार में से दो दो मैच दोनों टीमें जीत जाएं। यानी सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हो तो क्या होगा। अगर ऐसा होता है तो टीम इंडिया की जीत का प्रतिशत 56.4 हो जाएगा। ऐसा हुआ और श्रीलंका की टीम भी उधर एक भी मैच सीरीज का न जीत पाए तो भी भारतीय टीम फाइनल में एंट्री कर सकती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम को फाइनल में जाने के लिए कम से कम एक मैच ड्रॉ कराना होगा, साथ ही ये भी ध्यान रखना होगा कि उन्हें किसी भी तरह के पेनाल्टी के लिए दोषी न ठहराया जाए।
आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भी टीम इंडिया के नंबर एक पर जाने की संभावना
टीम इंडिया इस सीरीज में एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश करेगी। भारतीय टीम आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में इस वक्त नंब दो पर है, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम नंबर एक पर है। अगर टीम इंडिया अच्छे अंतर से ऑस्ट्रेलिया को हरा देती है तो आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भी नंबर एक की कुर्सी पर कब्जा कर लेगी। ऐसे में भारत को दो फायदे होंगे। डब्ल्यूटीसी के फाइनल में तो एंट्री होगी ही साथ ही रैंकिंग में भी जबरदस्त उछाल मिलेगा। आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल ओवल में जून में खेला जाएगा। हालांकि आईसीसी ने अभी तक इसकी डेट का ऐलान नहीं किया है। टीम इंडिया इससे पहले भी डब्लयूटीसी के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन न्यूजीलैंड ने भारत को हराकर विजेता नहीं बनने दिया था। भारतीय टीम ने पिछले करीब दस साल से एक भी आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जीती है, ऐसे में हो सकता है कि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ऐसा करने में कामयाब हो जाए और दस साल के सूखे को भी खत्म कर दे।