टीम इंडिया तोड़ेगी 47 साल पुराना अपना ही रिकॉर्ड! टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कभी नहीं हुआ ऐसा
ओवल में जारी WTC फाइनल अब रोमांचक मोड़ पर है। आखिरी दिन टीम इंडिया जीत से 280 रन दूर है तो ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट की जरूरत है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच लंदन के केनिंग्टन ओवल में खेला जा रहा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला आखिरी दिन रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। चौथे दिन ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 270 रन बनाकर घोषित की। वहीं पहली पारी में मिली 173 रनों की बढ़त के साथ कंगारु टीम ने टीम इंडिया को 444 रनों का लक्ष्य दिया। जवाब में पहली पारी की अपेक्षा इस बार टीम इंडिया ने शानदार शुरुआत की है। शुभमन गिल को दुर्भाग्यवश थर्ड अंपायर के एक विवादित फैसले के बाद आउट होना पड़ा। वहीं सेटल होने के बाद रोहित और पुजारा की गलती के अलावा चौथे दिन अभी तक सबकुछ फिलहाल कंट्रोल में है। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3 विकेट पर 164 रन बना लिए थे और विराट कोहली 44 व अजिंक्य रहाणे 20 रन बनाकर क्रीज पर डटे थे। भारत को इतिहास रचने के लिए 280 और रन बनाने होंगे।
अगर अब ओवल में मिले लक्ष्य से जुड़े आंकड़ों की बात करें तो इस मैदान पर सबसे बड़ा चेज 1902 में आया था यानी 121 साल पहले। इंग्लैंड ने तब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 267 रन बनाकर जीत दर्ज की थी। यह तो ओवल की बात हो गई। यानी अगर भारतीय टीम जीतती है तो ओवल में तो रिकॉर्ड बना ही देगी। अब अगर भारतीय टीम के रिकॉर्ड की बात करें तो टेस्ट क्रिकेट इतिहास में उसने सबसे बड़ा चेज 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था। भारत ने 403 रन चौथी पारी में चेज करते हुए जीत दर्ज की थी। यानी अब अगर भारत को 10 साल का आईसीसी ट्रॉफी का इंतजार खत्म करना है तो यहां भी अपने ही 47 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त करना होगा।
- 403- vs वेस्टइंडीज, 1976 (क्वींस पार्क ओवल)
- 387- vs इंग्लैंड, 2008 (चेन्नई)
- 328- vs ऑस्ट्रेलिया, 2021 (गाबा, ब्रिसबेन)
टेस्ट क्रिकेट में कभी नहीं हुआ ऐसा
आपको बता दें कि टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कभी भी ऐसा नहीं हुआ है कि 418 से ज्यादा रनों का लक्ष्य चेज हुआ हो। वेस्टइंडीज के नाम यह रिकॉर्ड है जो साल 2003 में उसने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एंटीगुआ में चौथी पारी में 418 रन चेज करते हुए बनाया था। इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट के 146 साल के इतिहास में सिर्फ चार बार ही 400 से ऊपर का लक्ष्य चेज हुआ है। यानी इस बार टीम इंडिया के पास है इतिहास रचते हुए वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का मौका। अगर टीम इंडिया ने ओवल में जारी फाइनल मुकाबले में 444 रनों का लक्ष्य हासिल किया तो यह वर्ल्ड रिकॉर्ड तो होगा ही। वहीं इससे पहले बने सभी रिकॉर्ड टूट जाएंगे।
टेस्ट क्रिकेट के 5 सबसे सफल चेज- 418- वेस्टइंडीज vs ऑस्ट्रेलिया, 2003 (एंटीगुआ)
- 414- साउथ अफ्रीका vs ऑस्ट्रेलिया, 2008 (पर्थ)
- 404- ऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंड, 1948 (हेडिंग्ले)
- 403- भारत vs वेस्टइंडीज, 1976 (क्वींस पार्क ओवल)
- 395- वेस्टइंडीज vs बांग्लादेश, 2021 (चिटगॉन्ग)
सूझबूझ से मिलेगी जीत!
अब अगर इस मैच की बात करें तो ओवल की पिच पर फिलहाल कुछ कहना मुश्किल लग रहा है। किसी दिन यह पिच एकदम गेंदबाजों की मददगार लगने लगती है। वहीं कभी ऐसा लगता है कि यह बिल्कुल पाटा विकेट है। इससे यह तो साफ हो गया है कि, अगर बल्लेबाज यहां समय लेता है और सूझबूझ से बल्लेबाजी करता है तो रन बनाना खास मुश्किल नहीं है। अजिंक्य रहाणे ने शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर पहली पारी में ऐसा दिखाया भी था। उस लिहाज से विराट और रहाणे अगर समझदारी से बल्लेबाजी करते हैं और अपना विकेट गलत शॉट खेलकर नहीं गंवाते हैं तो टीम इंडिया बिल्कुल यहां वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाते हुए 10 साल का आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म कर सकती है।