Virat Kohli: T20 विश्व कप से पहले कोहली के लिए 'विराट' चुनौती! 105 दिनों बाद होगा महामुकाबला
विराट कोहली ने नवंबर 2019 में आखिरी शतक लगाया था। उसके बाद से उन्होंने 65 मैचों की 76 पारियों में सिर्फ 2510 रन बनाए हैं।
Highlights
- विराट कोहली ने नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ लगाया था आखिरी शतक
- पिछली 10 पारियों में कोहली के बल्ले से निकला है सिर्फ एक अर्धशतक
- 23 अक्टूबर 2022 को टी20 वर्ल्ड कप में होगा भारत-पाकिस्तान का मुकाबला
Virat Kohli: भारतीय क्रिकेट टीम की रीढ़ माने जाने वाले विराट कोहली इन दिनों टीम पर एक बोझ से बनते नजर आ रहे हैं। कुछ वक्त पहले तक जिन विराट को रन मशीन तक का दर्जा दे दिया गया था आज उनके बल्ले में मानों जंग लग गई है। जी हां, इन दिनों भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं। एक वक्त सचिन तेंदुलकर के 100 शतकों के रिकॉर्ड की तरफ तेजी से कूच करने वाले विराट कोहली के बल्ले से नवंबर 2019 के बाद से कोई भी शतक नहीं निकला है।
मौजूदा इंग्लैंड सीरीज में भी विराट का बल्ला खामोश है। पहले बर्मिंघम टेस्ट मैच में विराट फेल साबित हुए। उसके बाद इसी मैदान पर नीली जर्सी में लौटने पर भी उनका बल्ला कुछ कर नहीं पाया। इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के दूसरे मुकाबले में विराट कोहली ने व्हाइट बॉल क्रिकेट में लंबे समय बाद वापसी की। लेकन नतीजा वही थी एक नौसिखिया गेंदबाज जो अपना पहला मैच खेल रहा था उन्हें महज एक रन पर आउट कर गया। तीसरा टी20 मुकाबला इस साल विराट का टी20 वर्ल्ड कप से पहले आखिरी मुकाबला भी हो सकता है।
विराट के पास आखिरी मौका?
आपको बता दें कि इसी साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी20 वर्ल्ड कप 2022 का आयोजना होना है। 23 अक्टूबर यानी आज के तकरीबन 105 दिनों बाद भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला होना है। इस हाईवोल्टेज मैच के साथ ही टीम इंडिया अपने मिशन ऑस्ट्रेलिया का आगाज करेगी। मौजूदा समय में टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज जीत ली है और इसके बाद बारी है वेस्टइंडीज दौरे की। इस सीरीज का एक टी20 मैच बाकी है और इसके बाद तीन वनडे मुकाबले खेले जाएंगे। रिपोर्ट्स के अनुसार वेस्टइंडीज सीरीज के लिए विराट ने बीसीसीआई से ब्रेक मांगा है।
ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज विराट कोहली के लिए आखिरी मौका है। पिछले वर्ल्ड कप में भारत की कप्तानी करने वाले विराट को अगर टी20 वर्ल्ड कप की टीम में जगह बनानी है तो उन्हें यहीं खुद को साबित करना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि हेड कोच राहुल द्रविड़ पहले ही साफ कर चुके हैं कि इंग्लैंड दौरे के बाद एक तरह से टीम टी20 वर्ल्ड कप के लिए फाइनल हो जाएगी। वहीं कई युवा खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। ऐसे में उन्हें नजरअंदाज करके आउट ऑफ फॉर्म विराट को ले जाना सेलेक्टर्स को सवालों के घेरे में डाल सकता है।
कोहली के सामने 'विराट' चुनौती?
टी20 वर्ल्ड कप करीब 98 दिन बाद ऑस्ट्रेलिया में शुरू होगा। उससे पहले भारत को अभी तकरीबन 20 से ज्यादा टी-20 मैच खेलने हैं। भारतीय मैनेजमेंट साफ कर चुका है और यह चाहता है कि कम से कम 12 से 15 मैच टीम उसी कॉम्बिनेशन के साथ खेले जो वर्ल्ड कप में उतरेगा। यानी अगले 5 से 7 मैच हर खिलाड़ी के लिए ट्रायल की तरह हैं। अगर विराट कोहली समेत कई खिलाड़ी खुद को साबित नहीं कर पाए तो वर्ल्ड कप की टीम में जगह बनाना उनके लिए बेहद मुश्किल हो सकता है।
विराट दिखा सकते हैं बड़प्पन?
अगर आपको याद हो तो भारतीय टीम ने 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीता था। इस फॉर्मेट के पहले विश्व कप में भारत की युवा टीम ही एक तरह से मैदान पर उतरी थी। उस समय के दिग्गज क्रिकेटर्स राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली सभी ने अपना नाम टी20 से वापस ले लिया था और युवाओं के लिए रास्ता बनाया था। उस वक्त भी सीनियर खिलाड़ी बुरे फॉर्म में थे और उसी साल 2007 वनडे वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का बुरा हसर हुआ था। तो इस लिहाज से अगर दीपक हुड्डा, ईशान किशन, संजू सैमसन जैसे युवा खिलाड़ी अच्छा कर रहे हैं तो विराट भी अपना बड़प्पन दिखा सकते हैं। लेकिन ऐसा मुश्किल ही है क्योंकि क्रिकेट के उस दौर में और आज के दौर में जमीन आसमान का अंतर है।