Virat Kohli Asia Cup 2022: भारत के महान बल्लेबाज विराट कोहली एशिया कप 2022 के साथ मैदान पर वापसी करने के लिए तैयार हैं। भारत एशिया कप में अपने अभियान की शुरुआत 28 अगस्त को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगा। कोहली टीम इंडिया के पिछले दो दौरों – वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे - में शामिल नहीं थे। वे लगातार खराब फॉर्म से भी जूझ रहे हैं। ऐसे में एक महीने से ज्यादा लंबे रेस्ट के बाद पाकिस्तान के खिलाफ हाई इंटेंसिटी मैच में उनके पास खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका होगा।
विराट कोहली मैदान में अपनी ऊर्जा और आक्रामकता के लिए मशहूर रहे हैं। मैच के दौरान विरोधी कोई भी हो उन्होंने हर तरह से सबके छक्के छुड़ाए। उनकी कप्तानी में पूरी भारतीय टीम ने उसी एग्रेशन के साथ सामने आने वाली हर टीम का मुकाबला किया। लेकिन गुजरते वक्त के साथ तस्वीर बदलती चली गई।
कोहली के चौंकाने वाले खुलासे
अब कोहली ने अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि लगातार आक्रामकता और जोश बनाए रखने के कारण उन्हें क्रिकेट से एक महीने का ब्रेक लेना पड़ा। 33 साल के कोहली ने बताया कि इंग्लैंड दौरे के बाद मिले एक महीने के ब्रेक में उन्होंने एक बार भी अपने बल्ले को हाथ नहीं लगाया। कोहली ने कहा कि वे इतने थक गए थे कि उनके लिए अपने मेंटल, फिजिकल और इमोशनल लिमिटेशन को जानना जरूरी हो गया था।
पहली बार एक महीने तक नहीं छुआ बैट- कोहली
पूर्व भारतीय कप्तान ने स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘ मुझे ये मानने में कोई हिचक नहीं कि मैं मानसिक रूप से कमजोर पड़ गया था। पिछले 10 सालों में पहली बार मैंने एक महीने तक अपने बल्ले को छुआ तक नहीं। मुझे यह अहसास हुआ कि मैं कुछ मौकों पर दिखावे का जोश दिखा रहा था।’’
कोहली ने आगे कहा, ‘‘ मैं खुद को ये मानने के लिए मजबूर कर रहा था तुम्हारे पास जोश और जज्बा है लेकिन मेरा शरीर रुकने के लिए कह रहा था। मेरा दिमाग मुझे आराम लेने के लिए कह रहा था।’’
मजबूत दिखाने के लिए झूठ बोलने से अच्छा है कमजोरी को स्वीकार करना- कोहली
कोहली ने चीजों को खुद पर हावी नहीं होने देने के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसा अहसास होना सामान्य बात है लेकिन हम इस बारे में बात नहीं करते क्योंकि हम हिचकिचाते हैं। हम मानसिक रूप से कमजोर नहीं दिखना चाहते हैं। मेरा विश्वास करो, मजबूत होने के लिए झूठ बोलना कमजोर होने की तुलना में कहीं अधिक बुरा है।’’
कोहली ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय शतक 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता में खेले गए टेस्ट मैच में लगाया था। इंग्लैंड दौरे में पांच मैचों में उनका उच्चतम स्कोर 20 रन रहा।
कोहली ने कहा, ‘‘मुझे एक ऐसे व्यक्ति के रूप में देखा जाता है जो मानसिक रूप से बहुत मजबूत है और मैं हूं भी। लेकिन हर किसी की एक सीमा होती है और आपको उस सीमा को पहचानने की जरूरत होती है, नहीं तो चीजें आपके खिलाफ जा सकती हैं।’’
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