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Hindi News खेल क्रिकेट भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार देखा ये मनहूस दिन, रोहित शर्मा की कप्तानी में हुआ खेल

भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार देखा ये मनहूस दिन, रोहित शर्मा की कप्तानी में हुआ खेल

भारतीय टीम ने आज बेंगलुरु में वो दिन देखा, जो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। भारतीय टीम शर्मनाक रिकॉर्ड बनाकर फैंस को काफी निराश करने का काम किया।

rohit sharma yashasvi jaiswal- India TV Hindi Image Source : PTI भारतीय क्रिकेट टीम ने पहली बार देखा ये मनहूस दिन, रोहित शर्मा की कप्तानी में हुआ खेल

India vs New Zealand: भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ, जो आज यानी 17 अक्टूबर 2024 को बेंगलुरु में हो गया। खास तौर पर अगर भारत में खेले गए टेस्ट मैचों की बात की जाए तो। साल 1933 में भारत ने अपने पहला टेस्ट मैच खेला था। इस दौरान कितने ही खिलाड़ी आए और गए। कितने ही कप्तान रहे, लेकिन रोहित शर्मा की कप्तानी में जो मनहूस दिन देखने के ​लिए मिला, वो इससे पहले कभी नहीं हुआ था। क्या कप्तान पिच को भांपने में नाकाम साबित हुए। ये भी सवाल अब उठना शुरू हो गया है, क्योंकि पहले बल्लेबाजी का फैसला को रोहित ने ही लिया था। इस बीच चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्या हो गया है, जो इससे पहले कभी भी भारतीय सरजमीं पर नहीं हुआ। 

न्यूजीलैंड के सामने बेबस साबित हुई टीम इंडिया की बल्लेबाजी

भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने आज न्यूजीलैंड के खिलाफ टॉस जीता और ना जाने क्या सोचकर पहले बल्लेबाजी का फैसला कर लिया। हालांकि कप्तान हैं, अपार अनुभव है तो लगा कि हो सकता है कि ये निर्णय ठीक हो जाए। लेकिन इस फैसले के पहले शिकार तो खुद कप्तान ही बने। रोहित शर्मा उस वक्त केवल 2 रन बनाकर उस वक्त आउट हो गए, ज​ब सातवां ओवर ही चल रहा था। इसके बाद जो सिलसिला शुरू हुआ, उसने रुकने का नाम ही नहीं लिया। एक एक कर सात विकेट चले गए और ताज्जुब की बात तो ये है कि टॉप 7 बल्लेबाजों में से 4 बल्लेबाज तो ऐसे रहे, जो अपना खाता तक नहीं खोल पाए। इससे ज्यादा शर्मसार करने वाला दिन और क्या ही होगा। भारतीय सरजमीं पर ऐसा पहली बार हुआ है। इससे पहले विदेश में तो ये दिन दिखा है, लेकिन भारत में भारतीय फैंस के बीच पहली दफा हुआ है। 

भारतीय सरजमीं पर पहली टीम इंडिया के टॉप 7 में से चार बल्लेबाज शून्य पर आउट

भारतीय टीम के साथ ऐसा हादसा पहली बार साल 1952 में हुआ था। हो सकता है कि आपको हादसा शब्द सुनकर थोड़ा अचरज हो, लेकिन क्रिकेट के खेल में इसे हादसे कम बोला भी क्या ही जा सकता है। साल 1952 में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में अपने टॉप 7 बल्लेबाजों में शून्य पर गवां चुकी थी। हालांकि ये मैच की तीसरी पारी थी। इसके बाद साल 2014 में फिर से ये दिन आया। उस साल इंग्लैंड के ही खिलाफ मेनचेस्टर में ये मुकाबला खेला जा रहा था। तब भारतीय टीम के टॉप 7 में 4 बल्लेबाज डक पर आउट हुए। ये मैच की पहली पारी थी। लेकिन इसके बाद से लेकर अब तक यानी करीब साल बाद फिर से ऐसा हुआ है। 

कोई भी बल्लेबाज टिककर खेल ही नहीं पाया

इससे पहले जब ऐसा देखने के लिए मिला था, तब इंग्लैंड में हुआ था। भारत की जमीन इससे अछूती थी, लेकिन अब रोहित शर्मा की कप्तानी में बेंगलुरु में ये देखना पड़ रहा है। सबसे पहले विराट कोहली शून्य पर आउट हुए। उन्होंने 9 बॉल का सामना किया। अपना चौथा ही मैच खेल रहे सरफराज खान ने 3 बॉल खेली और बिना कोई रन बनाए पवेलियन लौट गए। इसके बाद नंबर 6 पर बल्लेबाजी करने आए केएल राहुल ने 6 बॉल खेली और शून्य पर आउट हो गए। 

एक बहुत छोटे स्कोर पर टीम इंडिया हुई आउट

ये सिलसिला यहां भी रुकता तो भी राहत की बात थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। रवींद्र जडेजा ने 6 बॉल खेली, लेकिन वे भी कोई रन बनाने में कामयाब नहीं रहे। यानी टॉप 7 में चार बल्लेबाज डक पर आउट होकर चले गए। हालांकि ये सिलसिला आगे भी जारी रहा। रविचंद्रन अश्विन तो पहली ही बॉल पर आउट होकर चले गए, उनका भी खाता नहीं खुला। भारतीय टीम पूरी तरह से बेबस नजर आई और एक बहुत ही छोटे से टोटल पर आउट हो गई। 

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