क्रिकेट में एक पुरानी कहावत है, पकड़ो कैच, जीतो मैच। इसे यूं समझिए कि किसी भी मैच को जीतने का सबसे भरोसेमंद फॉर्मूला है, कैच को लपकना। साउथ अफ्रीका के खिलाफ हुए पहले टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में टीम इंडिया ने जीतने के इस बेसिक रूल से खिलवाड़ किया। इसका नतीजा सामने है, भारतीय टीम ने मैच गंवाया और साथ ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का अरमान भी चकनाचूर हो गया।
श्रेयस भूले ‘पकड़ो कैच, जीतो मैच’ का फॉर्मूला
टीम इंडिया के खिलाड़ी श्रेयस अय्यर ने मैच गंवाने वाली यह गलती 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर की। आवेश खान की गेंद पर साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज रासी वान दर दुसें ने डीप मिड विकेट पर पुल शॉट खेला, गेंद सीधे बाउंड्री पर मौजूद अय्यर के हाथों तक पहुंची, ठीक लड्डू की तरह, लेकिन उन्होंने इसे टपका दिया। तब दुसें 30 गेंदों में 29 रन बनाकर खेल रहे थे। अब इसका नतीजा देखिए, दुसें ने कैच छूटने के बाद भारत के हर गेंदबाज की बगैर किसी भेदभाव के निर्ममता से पिटाई की और मैच को अपनी टीम की झोली में डाल दिया, बिल्कुल हलुए की तरह।
जीवनदान के बाद दुसें बने भारत के काल
इस लाइफलाइन के बाद दुसें ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने चौकों – छक्कों की बरसात कर दी। क्या हर्षल पटेल और क्या भुवनेश्वर कुमार, सब की गेंदों को आकाशी मार्ग से बाउंड्री पार भेजा। उनकी पारी का गणित देखिए, मैच को जिताने के बाद, वे 46 बॉल पर 75 रन बनाकर नाबाद थे। उन्होंने जीवनदान मिलने के बाद 46 रन बनाए और ये कारनामा सिर्फ 16 गेंदों में किया, लगभग 300 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। जीवनदान मिलने के बाद इस प्रोटियाई बल्लेबाज ने 5 चौके और चार छक्के लगाए और कुल जमा 44 रन बगैर दौड़े बनाए। शुरुआती 30 गेंदों में सुस्त दिख रहे दुसें इसके बाद किसी बम की तरह फट पड़े। तस्वीर साफ है, महज एक कैच के छूटने से पहली पारी में 211 रन बनाने वाले टीम इंडिया के बल्लेबाजों की पूरी मेहनत मटियामेट हो गई, सारी हसरतें धुल गईं।
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