T20 World Cup 2022: सूर्यकुमार कैसे बने दुनिया के नए मिस्टर 360? जवाब सुन चौंक जाएंगे आप
T20 World Cup 2022 में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का प्रदर्शन अबतक कमाल का रहा है।
T20 World Cup 2022: टी20 वर्ल्ड कप 2022 के अपने आखिरी सुपर-12 मुकाबले में टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे को एकतरफा मात दी। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम अब सेमीफाइनल में इंग्लैंड का सामना करने के लिए तैयार है। टी20 वर्ल्ड कप में भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव ने कमाल का प्रदर्शन किया है। खासकर सूर्या जिस तरह से गेंद को मैदान के हर कोने में मार रहे वो देखना वाकई खास रहा है। हालांकि ऐसे में एक सवाल सबके दिमाग में आता है कि सूर्या इतनी आसानी से स्वीप शॉट कैसे खेल लेते हैं।
सूर्या कैसे खेल लेते हैं आसानी से स्कूप
सूर्यकुमार यादव का जिम्बाब्वे के तेज गेंदबाज रिचर्ड नगारवा की गेंद पर लगाया गया स्कूप शॉट टी20 विश्वकप में चर्चा का विषय बना हुआ है और इस आक्रामक भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने रबड़ बॉल से खेलते हुए इस विशिष्ट शॉट में महारत हासिल की थी। सूर्यकुमार ने रविवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर अपने विविधता पूर्ण स्ट्रोक्स से 82000 दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था। उन्होंने 25 गेंदों पर नाबाद 61 रन की पारी खेली जिससे भारत ने पांच विकेट पर 186 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया था।
कमाल की बल्लेबाजी कर रहे सूर्या
इस 32 वर्षीय बल्लेबाज ने अपनी पारी में 4 छक्के और 6 चौके लगाए थे। पारी की आखिरी गेंद पर लगाया गया उनका एक शॉट विशिष्ट था। उन्होंने घुटने के बल पर रिचर्ड नगारवा की ऑफ स्टंप से बाहर की फुलटॉस को स्कूप करके 6 रन के लिए भेज दिया था। रवि शास्त्री और सुनील गावस्कर जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने उनके इस प्रयास की जमकर तारीफ की। टी20 में विश्व के नंबर एक बल्लेबाज सूर्यकुमार ने स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में कहा, ‘‘आपको यह समझना होता है कि उस समय गेंदबाज कौन सी गेंद करने वाला है जो कि उस समय कुछ हद तक पूर्व निर्धारित होता है। मैंने रबड़ बॉल क्रिकेट खेलते हुए इस शॉट का जमकर अभ्यास किया था।’’
फील्ड से खेलने का अनोखा टैलेंट
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए आपको यह जानना होता है कि गेंदबाज उस समय क्या सोच रहा है। तब मैं खुद पर भरोसा करता हूं। आपको पता होता है कि सीमा रेखा कितनी दूर है। जब मैं क्रीज पर होता हूं तो मुझे लगता है कि यह केवल 60-65 मीटर दूर है तथा गेंद की तेजी को भांपकर मैं सही टाइमिंग से शॉट लगाने की कोशिश करता हूं। मैं गेंद को बल्ले के स्वीट स्पॉट पर लेने की कोशिश करता हूं और अगर वह सही तरह से हिट होती है तो सीमा रेखा के बाहर चली जाती है।’’ सूर्यकुमार ने इस पर भी बात की कि वह दबाव की परिस्थितियों से कैसे निपटते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं बल्लेबाजी के लिए जाता हूं तो कुछ बाउंड्री लगाने की कोशिश करता हूं और अगर मैं ऐसा नहीं कर पाया तो विकेटों के बीच तेजी से दौड़ लगाकर अधिक से अधिक रन जुटाने की कोशिश करता हूं। यदि आप विराट भाई के साथ बल्लेबाजी कर रहे हो तो आपको तेजी से रन चुराना ही पड़ेगा।’’
सूर्यकुमार ने कहा, ‘‘मैं ऐसा करने का प्रयास करता हूं तथा खाली जगहों पर शॉट खेल कर तेजी से रन बनाने की कोशिश करता हूं। लेकिन मैं जानता हूं कि मुझे उस समय किस तरह के शॉट खेलने की जरूरत है। मैं स्वीप, ओवर कवर और कट शॉट खेलता हूं और अगर इसमें मैं सफल रहता हूं तो फिर वहां से खेल को आगे बढ़ाता हूं।’’