WI दौरे से होगा इस खिलाड़ी के करियर का आखिरी फैसला, वर्ल्ड कप से भी कट सकता है पत्ता
वनडे वर्ल्ड कप से पहले एक खिलाड़ी के पास आखिरी मौका है। इस खिलाड़ी को वेस्टइंडीज दौरे पर दम दिखाना ही होगा।
भारतीय क्रिकेट टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद अब वेस्टइंडीज दौरे से एक नए दौर की शुरुआत करेगी। इस टूर पर भारतीय टीम 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी20 मुकाबले खेलेगी। लेकिन सबसे ज्यादा अहम इस दौरे की वनडे सीरीज रहने वाली है क्योंकि टीम इंडिया के लिए ये सीरीज एशिया कप और वर्ल्ड कप के नजरिए से तैयारी का बड़ा जरिया है। वहीं इसी सीरीज से टीम इंडिया के एक खिलाड़ी के वनडे करियर का भी फैसला होना है।
इस खिलाड़ी के पास आखिरी मौका
टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने टी20 फॉर्मेट में क्या कारनामे किए वो पिछले एक-दो साल में दुनिया ने देखा। लेकिन ये खिलाड़ी अबतक वनडे फॉर्मेट में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया है। श्रेयस अय्यर की गैरमौजूदगी में सूर्या को लगातार वनडे फॉर्मेट में चांस मिले, लेकिन वो इसे भुनाने में नाकामयाब ही रहे। सूर्या ने अपने करियर में 23 वनडे मुकाबले खेले हैं। इस दौरान उनके बल्ल से कुल 433 रन निकले। इस दौरान सूर्या की औसत सिर्फ 24 की रही और वो सिर्फ 2 हाफ सेंचुरी लगाने में कामयाब हो पाए।
एक ही सीरीज में लगातार तीन गोल्डन डक
सूर्यकुमार यादव को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में भी चांस दिया गया था। सूर्या के लिए इस सीरीज में खुद को साबित करने का एक अच्छा मौका था। लेकिन वह ऐसा करने में कामयाब नहीं हो सके। सूर्या को श्रेयस अय्यर की इंजरी के कारण टीम में मौका दिया गया था। वो इस सीरीज के पहले दो मुकाबलों में नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर उतरे थे। दोनों मैचों पर मिचेल स्टार्क ने उन्हें पहली ही गेंद पर वापस भेज दिया। लेकिन इन दोनों मुकाबलों में फेल होने के बाद कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें नंबर 7 पर बल्लेबाजी करने के लिए मैदान पर भेजा। यहां भी सूर्या पहली ही गेंद पर लौट गए।
वेस्टइंडीज दौरा आखिरी चांस!!
सूर्यकुमार यादव के लिए वेस्टइंडीज दौरा आखिरी मौके की तरह हो सकता है। बता दें कि श्रेयस अय्यर एशिया कप के साथ टीम में वापसी कर रहे हैं। ऐसे में सूर्या के पास वेस्टइंडीज दौरे पर खुद को साबित करने का आखिरी मौका है। अगर वो इस सीरीज में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए तो उन्हें एशिया कप और वर्ल्ड कप में मौका मिल पाना काफी मुश्किल है।