कानपुर में बजा भारत का डंका, टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ियों ने लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी; देखें खेल जगत की 10 बड़ी खबरें
भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया कानपुर टेस्ट मैच का नतीजा रोमांचक अंदाज में निकला। सिर्फ ढाई दिन के खेल में टीम इंडिया ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश को 7 विकेट से करारी शिकस्त देकर 2-0 से सीरीज अपने नाम कर ली।
Sports Top 10 News: कानपुर टेस्ट में 7 विकेट से जीत दर्ज करने के साथ ही टीम इंडिया ने बांग्लादेश का सूपड़ा साफ कर दिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया और उसके खिलाड़ियों ने एक साथ कीर्तिमान रच दिए। जसप्रीत बुमराह जहां इस साल टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के बराबर पहुंच गए तो आर अश्विन ने टेस्ट में सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द सीरीज जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी की। इस बीच पाकिस्तान के कप्तान ने अब्दुल्ला शफीक और विराट कोहली के बीच तुलना करते हुए बड़ा बयान देकर सभी को चौंका दिया।
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरी पारी में 3 विकेट लेते ही बुमराह के नाम अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप यानी WTC में कुल 118 हो गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज ने जेम्स एंडरसन को पीछे छोड़ दिया है। दिलचस्प बात ये रही कि बुमराह ने एंडरसन से 300 ओवर कम फेंकने के बावजूद ये मुकाम हासिल किया है। बुमराह ने 28 टेस्ट मैचों की 53 पारियों में 836.2 ओवर फेंककर 118 विकेट अपनी झोली में डाले हैं जबकि 116 विकेट लेने के लिए एंडरसन को 1141.5 ओवर फेंकने पड़े।
आर अश्विन ने बांग्लादेश टीम की पहली पारी में जब शाकिब अल हसन को अपना शिकार बनाया तो वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में पहले ऐसे गेंदबाज बन गए जो तीनों ही संस्करण में 50 या उससे ज्यादा विकेट लेने में कामयाब हुए हैं। अश्विन डब्ल्यूटीसी के इस चक्र में अब तक 53 विकेट अपने नाम करने में कामयाब हुए हैं। रविचंद्रन अश्विन का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण से लेकर तीसरे चक्र तक गेंद से बेहतरीन प्रदर्शन देखने को मिला है। अश्विन ने साल 2019 से 2021 तक खेले गए डब्ल्यूटीसी के पहले चक्र में 14 मैच खेले थे और 71 विकेट अपने नाम करने में कामयाब हुए थे। वहीं इसके बाद साल 2021 से 2023 तक खेले गए डब्ल्यूटीसी के दूसरे संस्करण में अश्विन ने 13 मैचों में खेलते हुए कुल 61 विकेट हासिल किए थे।
पाकिस्तान टेस्ट टीम के कप्तान शान मसूद ने बड़ा बयान दे दिया है जो कई लोगों को रास नहीं आ रहा है। दरअसल, शान मसूद पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज अब्दुल्ला शफीक की तारीफ में कुछ ज्यादा ही बोल गए हैं। उन्होंने 24 साल के इस बल्लेबाज को विराट कोहली से भी बेहतर बताया है। मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने ये बड़ी बात कही। मसूद ने विराट कोहली और अब्दुल्ला शफीक के बीच आंकड़ों की तुलना का हवाला देते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज के टेस्ट क्रिकेट में आंकड़े स्टार भारतीय बल्लेबाज के शुरुआती सालों की तुलना में बेहतर हैं।
भारत ने साउथ अफ्रीका को पछाड़ा
भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज में बांग्लादेश का क्लीन स्वीप करने के साथ ही साउथ अफ्रीका को पीछे कर दिया है। बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर टेस्ट से पहले भारत और साउथ अफ्रीका बराबरी पर थे। दोनों टीमों ने 179 टेस्ट मैच अपने नाम किए थे। अब साउथ अफ्रीका की टीम तो वहीं है, लेकिन भारत के जीते हुए टेस्ट मैचों की संख्या 180 हो गई है। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीमों की बात की जाए तो यहां पर ऑस्ट्रेलिया पहले नंबर पर है। ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 414 टेस्ट मैच जीते हैं। ताज्जुब की बात ये है कि ऑस्ट्रेलिया अकेली ऐसी टीम है, जिसने 400 से ज्यादा टेस्ट मैच अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की है।
कोहली की हजारी क्लब में एंट्री
कानपुर टेस्ट में बांग्लादेश की पहली पारी 233 रनों पर सिमट गई जिसके बाद भारत ने ताबड़तोड़ अंदाज में 35 ओवर के भीतर 289/9 रनों के स्कोर पर अपनी पारी घोषित कर दी। दूसरी पारी में बांग्लादेश सिर्फ 146 रन ही बना सकी और इस तरह टीम इंडिया को जीत के लिए 95 रनों का टारगेट मिला जिसे उसने 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। विराट कोहली 29 और ऋषभ पंत 4 रन बनाकर नाबाद लौटे। कोहली ने अपनी इस पारी में 4 चौके लगाए और बड़ा कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। कोहली ने जैसे ही अपनी पारी का तीसरा चौका लगाया तो उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने 1000 चौके पूरे कर लिए। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास इस मुकाम को हासिल करने वाले कोहली सिर्फ 5वें भारतीय बल्लेबाज हैं। इससे पहले ये कारनामा सिर्फ सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, वीरेंदर सहवाग और वीवीएस लक्ष्मण ने किया था।
जायसवाल ने की सहवाग के महारिकॉर्ड की बराबरी
कानपुर टेस्ट में बांग्लादेश के दूसरी पारी में 146 रनों पर ढेर होने से भारत को जीत के लिए 95 रनों का लक्ष्य मिला था जिसे मेजबान टीम इंडिया ने यशस्वी जायसवाल के शानदार अर्धशतक की बदौलत 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। यशस्वी जायसवाल ने महज 45 गेंदों पर 8 चौके और 1 छक्के की मदद से 51 रनों की पारी खेली। इस तरह युवा भारतीय सलामी बल्लेबाज ने टेस्ट क्रिकेट में बड़ा कीर्तिमान अपने नाम कर लिया। यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में भी कमाल का अर्धशतक जड़ा था। जायसवाल ने 51 गेंदों पर 12 चौके और 1 छक्के के दम पर 72 रनों की धुआंधार पारी खेली थी और अब दूसरी पारी में ताबड़तोड़ अर्धशतक जड़ते हुए नया इतिहास रच दिया।
जो रूट के और करीब पहुंचे यशस्वी जायसवाल
भारत और बांग्लादेश के बीच खेला गया टेस्ट मुकाबला भारतीय क्रिकेट टीम ने 7 विकेट से अपने नाम कर लिया है। इस जीत में वैसे तो सभी की भूमिका अहम रही, लेकिन यशस्वी जायसवाल की अदा ही निराली है। उन्होंने मैच की दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने का काम किया है। इतना ही नहीं वे ये अर्धशतक 100 के ज्यादा के स्ट्राइक रेट से बनाने वाले बल्लेबाज हैं। इस बीच यशस्वी जायसवाल अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट के और भी करीब पहुंच गए हैं।
टीम इंडिया ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
भारतीय क्रिकेट टीम ने कानपुर में बांग्लादेश को हराकर सीरीज में तो उसका सूपड़ा साफ किया ही है, साथ ही नए नए विश्व कीतिमान भी बनाने का काम किया है। ये रिकॉर्ड इतने हैं कि गिनते गिनते भी आप थक जाएंगे। केवल सात सेशन में ही टीम इंडिया ने बांग्लादेश को चारोखाने चित्त कर दिया। इस बीच भारतीय टीम ने एक और ऐसा काम किया है, जो विश्व रिकॉर्ड बन गया है। खास बात ये है कि टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका का करीब 19 साल पुराना कीर्तिमान धूलधूसरित करने का काम किया है।
भारत ने इंग्लैंड के रिकॉर्ड की कर ली बराबरी
भारतीय टीम ने शानदार अंदाज में दूसरा टेस्ट मैच 7 विकेट से जीतकर सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली है। भारत ने घर पर अपनी लगातार 18वीं टेस्ट सीरीज जीती है और घरेलू धरती पर टीम इंडिया साल 2013 के बाद टेस्ट सीरीज नहीं हारी है। बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में दो दिन बारिश की भेंट चढ़ गए थे। इससे सभी को लग रहा था कि ये टेस्ट मुकाबला ड्रॉ हो जाएगा, लेकिन भारतीय टीम के बल्लेबाजों ने ऐसा प्रदर्शन किया, जिससे मैच का रिजल्ट निकला। भारत ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 50, 100, 150, 200 और 250 रन बनाने का कीर्तिमान अपने नाम किया। इसके अलावा भी टीम इंडिया ने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगाई है।
13 साल के क्रिकेटर ने रचा इतिहास
टीम इंडिया ने कानपुर में रिकॉर्ड्स की झड़ी लगाई तो वहीं दूसरी तरफ चेन्नई में भारतीय अंडर-19 टीम ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की धुनाई करते हुए दिन का खेल खत्म होने तक महज 14 ओवरों में बिना कोई विकेट खोए 103 रन ठोक दिए। इस दौरान 17 साल के विहान मल्होत्रा ने 27 रन बनाए जबकि महज 13 साल के वैभव सूर्यवंशी ने अर्धशतक जड़ नया इतिहास रच दिया। वैभव सूर्यवंशी ने रणजी ट्रॉफी में 12 साल की उम्र में डेब्यू कर नया कीर्तिमान रचा था। वह रणजी में डेब्यू करने वाले सबसे युवा क्रिकेटर बने थे। उन्होंने सचिन तेंदुलकर का बड़ा रिकॉर्ड तोड़ा था। वैभव ने बिहार की ओर से पिछले रणजी सीजन में मुंबई के खिलाफ ये बड़ा कारनामा किया था। इससे पहले सचिन के नाम सबसे कम उम्र में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने का रिकॉर्ड था।