शेफाली वर्मा ने बरपाया कहर, पहले बल्लेबाजी और फिर गेंदबाजी से मचाया गदर
INDW Vs BANW : भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ दूसरा टी20 इंटरनेशनल मुकाबला भी जीतकर सीरीज पर कब्जा कर लिया है।
INDW Vs BANW : टीम इंडिया की स्टार खिलाड़ी शेफाली वर्मा ने एक बार फिर अपनी अलग छाप छोड़ी। पहले उन्होंने बल्लेबाजी से अच्छा प्रदर्शन किया और उसके बाद जब कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गेंदबाजी थमाई तो वहां भी उन्होंने कमाल किया। यही कारण रहा कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने बांग्लादेश की टीम को टी20 सीरीज के दूसरे मैच में भी हरा दिया। इससे पहले पहला मैच टीम इंडिया ने सात विकेट से जीता था, यानी अब तीन मैचों की सीरीज पर कब्जा हो गया है। अब एक और मैच बना हुआ है। हालांकि ये तो मानना पड़ेगा कि मैच भले जीत लिया गया हो, लेकिन भारतीय टीम का बल्लेबाजी में प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।
शेफाली वर्मा ने खेली भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी पारी, तीन विकेट भी लिए
आज के मैच में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन कोई भी भारतीय खिलाड़ी बड़ी पारी खेलने में कामयाब नहीं हो पाया। शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने जरूर पहले विकेट के लिए 33 रन जोड़े। जहां एक ओर शेफाली वर्मा ने 14 गेंद पर 19 रन बनाए, वहीं स्मृति मंधाना ने 13 गेंद पर 13 रन की पारी खेली। कप्तान हरमनप्रीत कौर तो अपना खाता भी नहीं खोल पाई और पहली ही गेंद पर डक पर आउट हो गईं। आखिर में अमनजोत कौर ने जरूर 17 गेंद पर 14 रन बनाने में कामयाबी हासिल की। टीम ने 20 ओवर में आठ विकेट के नुकसान पर 95 रन बनाए। हालांकि ये पहली बार हुआ है जब टी20 इंटरनेशनल में टीम इंडियाब बांग्लादेश के खिलाफ 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है। ऐसे में लग रहा था कि बांग्लादेश की टीम इस मैच को आसानी से जीत जाएगी, लेकिन अभी खेल बाकी था।
बांग्लादेश की टीम नहीं कर पाई 95 रनों का भी पीछा
बांग्लादेश की टीम जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो वहां भी तू चल मैं आया की तर्ज पर बल्लेबाज आते रहे और जाते रहे। पहला ही विकेट दस रन पर गिर गया और आगे भी यही सिलसिला चलता रहा। केवल कप्तान निगार सुल्ताना ने जरूर टिक कर बल्लेबाजी की कोशिश की, लेकिन उन्हें दूसरे छोर से कोई सहयोग नहीं मिला। उन्होंने 55 गेंद पर 38 रन बनाए। मजे की बात ये है कि बाकी कोई बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया। जब आखिरी ओवर में बांग्लादेश को जीत के लिए दस रन चाहिए थे, तब कप्तान कौर ने गेंदबाजी की कमान शेफाली वर्मा को दे दी, ये देखकर सभी चौंक गए। लेकिन इस ओवर में एक रन आउट सहित उन्होंने तीन विकेट चटकाए। इस तरह से आठ रन से मैच जीतकर भारतीय टीम ने आठ रन से मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा कर लिया। शेफाली वर्मा ने तीन ओवर में 15 रन देकर तीन विकेट चटकाए।