शेन वार्न ने टीम इंडिया के खिलाफ किया था डेब्यू, भारत के साथ था ऐसा रिश्ता
क्रिकेट की दुनिया के अलावा बाकी लोग भी शेन वार्न को याद कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
Highlights
- शेन वार्न के निधन से खेल की दुनिया में शोक की लहर
- भारत और पूरी दुनिया के लोग दे रहे हैं उन्हें श्रद्धांजलि
- सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शेन वार्न का शुमार
दुनिया के जाने माने स्पिनर शेन वार्न का शुक्रवार को निधन हो गया। अचानक सामने आई इस खबर से हर कोई स्तब्ध है। क्रिकेट की दुनिया के अलावा बाकी लोग भी शेन वार्न को याद कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। शेन वार्न ऐसे खिलाड़ी रहे, जो जब तक मैदान में रहे विरोधी टीम कभी तसल्ली से नहीं बैठ पाई। हालांकि वे कुछ विवादों में भी घिरे रहे। लेकिन भारत के साथ उनका रिश्ता काफी करीब का रहा। खास बात ये है कि शेन वार्न ने अपना टेस्ट डेब्यू भारत के ही खिलाफ किया था और उस पहले मैच में उन्होंने एक विकेट भी लिया था। वहीं जब भारत में साल 2008 में पहली बार आईपीएल खेला गया तो वहां भी वे सरताज बनकर उभरे। राजस्थान रॉयल्स की टीम ने अभी तक एक ही बार आईपीएल जीता है और वो शेन वार्न की कप्तानी में ही जीत गया था।
थाईलैंड में हुआ शेन वार्न का निधन
शेन वार्न करीब 52 साल के थे। उनके परिवार में दो बेटियां और एक बेटा है। शेन वॉर्न के मैनेजर ने आस्ट्रेलियाई मीडिया को एक संक्षिप्त बयान जारी किया है कि वॉर्न का थाईलैंड के कोह समुई में निधन हो गया है और संभवत: उन्हें दिल का दौरा पड़ा है। कोह समुइ थाईलैंड का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। बयान में कहा गया है कि शेन वार्न अपनी विला में अचेत पाए गए। मेडिकल स्टाफ की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
ऐसा रहा है शेन वार्न का इंटरनेशनल करियर
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार शेन वॉर्न ने 1992 में आस्ट्रेलिया के लिए डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने 145 टेस्ट खेले और 708 विकेट अपने नाम किए। वहीं 194 वनडे में 293 विकेट चटकाए। आईपीएल के पहले सीजन में 2008 में राजस्थान रॉयल्स ने उनकी कप्तानी में खिताब जीता था। उन्होंने 1993 में 24 वर्ष की उम्र में ओल्ड ट्रैफर्ड में जिस गेंद पर इंग्लैंड के माइक गैटिंग को आउट किया था, उसे ‘सदी की गेंद’ माना जाता है। माइक गैटिंग उस लेग ब्रेक पर हैरान रह गए। गेंदबाजी की यह कला उस समय अंतिम सांसें ले रही थी, जब वॉर्न ने उसे पुनर्जीवित किया। सदी के पांच महानतम क्रिकेटरों में चुना जिनमें डॉन ब्रैडमेन, जैक हॉब्स, गैरी सोबर्स और विवियन रिचर्डस शामिल थे। वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800 विकेट) के बाद सर्वाधिक विकेट लेने वाले दूसरे गेंदबाज थे।
इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बाद आईपीएल खेले थे शेन वार्न
भारत के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर पहला टेस्ट खेलने वाले शेन वॉर्न को 1992 से 2007 के बीच उनकी अतुल्य उपलब्धियों के लिए विजडन ने शताब्दी के पांच क्रिकेटरों में चुना। उन्हें 2013 में आईसीसी हाल आफ फेम में शामिल किया गया। वॉर्न 1999 विश्व कप जीतने वाली आस्ट्रेलियाई टीम के सदस्य थे। उन्होंने एशेज क्रिकेट में सर्वाधिक 195 विकेट लिए हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद उन्होंने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स को पहले ही सीजन में कप्तान और कोच के रूप में खिताब दिलाया। मैदान के भीतर और बाहर बेहतरीन शख्सियत के मालिक वॉर्न ने कमेंटेटर के रूप में भी कामयाबी पाई। भारत में वह काफी लोकप्रिय थे और रवि शास्त्री उनका पहला टेस्ट विकेट थे।
(Bhasha inputs)