बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड इन दिनों खूब चर्चा में हैं। बांग्लादेश में पिछले दिनों हुए विरोध प्रदर्शन और हिंसा के कारण बांग्लादेश क्रिकेट टीम का पाकिस्तान दौरा संकट में पड़ गया था लेकिन किसी तरह टीम के खिलाड़ी तय समय से पहले पाकिस्तान की सरजमीं पर पहुंचने में कामयाब रहे। इस बीच बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) में 'तख्तापलट' हुआ और बोर्ड के नए अध्यक्ष फारूक अहमद को बना दिया गया। नजमुल हसन के इस्तीफे के बाद फारूक अहमद ने ये जिम्मेदारी संभाली। बोर्ड में इस बड़े बदलाव के बाद बांग्लादेश क्रिकेट में उस समय बड़ा हड़कंप मच गया जब टीम के अनुभवी ऑलराउंडर शाकिब अल हसन का नाम एक हत्या से जोड़ा जाने लगा।
FIR में ऑलराउंडर का नाम शामिल
दरअसल, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के बीच सैकड़ो लोग मारे गए। इसके बाद पूर्व सांसद और 37 साल के पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन का नाम उन 147 लोगों में आ गया जिन पर अगस्त के शुरु में विरोध प्रदर्शनों के दौरान कथित हत्या के लिए आरोप दायर किए गए। क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह एफआईआर 22 अगस्त को रुबेल के पिता रफीकुल इस्लाम द्वारा दर्ज कराई गई थी। इस एफआईआर में 154 स्थानीय अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के नाम हैं। इसमें शाकिब अल हसन और पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का नाम भी शामिल है।
शाकिब अल हसन को मिली राहत
शाकिब का नाम हत्या के केस में फंसने के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष फारुक अहमद ने 24 अगस्त को कहा था कि वे पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे टेस्ट मैच के बाद शाकिब अल हसन के भविष्य के बारे में फैसला लेंगे। अब इस मामलें में ताजा बड़ा अपडेट सामने आया है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने 27 अगस्त को कहा है कि अनुभवी ऑलराउंडर शाकिब अल हसन दोषी साबित होने तक क्रिकेट खेलना और बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे। बंगाली न्यूजपेपर दैनिक प्रोथोम अलो ने बीसीबी अध्यक्ष फारूक अहमद के हवाले से लिखा कि शाकिब खेलना जारी रखेंगे। बोर्ड को उन्हें वापस बुलाने के बारे में एक कानूनी नोटिस मिला था और इसका जवाब दिया गया कि वह खेलना जारी रखेंगे।
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