रोहित और द्रविड़ की जोड़ी से सचिन तेंदुलकर भी हुए खफा, कहा- इस फैसले से हारे फाइनल
टीम इंडिया को एक और आईसीसी टूर्नामेंट में हारता देख सचिन तेंदुलकर ने एक चौंकाने वाला रिएक्शन दिया है।
WTC Final 2023: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 209 रनों से हरा दिया। इस मैच में चौथी पारी में टीम इंडिया को 444 रन बनाते थे। लेकिन टीम इंडिया के बल्लेबाज पूरी तरह फेल रहे, जिसके चलते हम एक और आईसीसी ट्रॉफी गंवा गए। ये पिछले 10 सालों में 8वां आईसीसी टूर्नामेंट था जो टीम इंडिया ने गंवा दिया। इस मैच के बाद क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने भी भारतीय टीम पर सवाल खड़े किए हैं।
तेंदुलकर ने उठाए सवाल
सचिन तेंदुलकर ने अनुभवी रविचंद्रन अश्विन को डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए भारतीय प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिलने को चौंकाने वाला फैसला करार देते हुए कहा कि उनकी क्षमता के स्पिनर को प्रभावी होने के लिए अनुकूल परिस्थितियों की जरूरत नहीं होती है। भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड ने टीम में अश्विन को जगह नहीं देने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि बारिश की स्थिति ने उन्हें चौथे विशेषज्ञ तेज गेंदबाज को चुनने के लिए मजबूर किया।
ट्वीट कर दिया बड़ा बयान
तेंदुलकर ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि भारत को मैच में बने रहने के लिए पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करना था, लेकिन वे ऐसा नहीं कर सके। भारतीय टीम के लिए कुछ अच्छे क्षण थे, लेकिन मैं अश्विन को अंतिम प्लेइंग 11 में शामिल नहीं करने के फैसले को पचा नहीं पा रहा हूं। वह इस समय दुनिया का नंबर एक टेस्ट गेंदबाज है। तेंदुलकर को इस तर्क से हैरानी हुई कि अश्विन जैसी क्षमता वाले गेंदबाज को तेज गेंदबाजों के अनुकूल परिस्थितियों में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है, वह भी तब जब इस ऑस्ट्रेलियाई टीम में बाएं हाथ के कई बल्लेबाज है।
उन्होंने कहा कि मैंने मैच से पहले ही कहा था कि कुशल स्पिनर हमेशा पिच से मिलने पर मदद के भरोसे नहीं रहता। वे हवा, पिच की उछाल और अपनी विविधताओं का इस्तेमाल करता है। यह नहीं भूलना चाहिए कि ऑस्ट्रेलिया के पास टॉप 8 में बाएं हाथ के पांच बल्लेबाज थे। अश्विन ने डब्ल्यूटीसी के दूसरे सेशन के दो साल के चक्र में 13 टेस्ट में 61 विकेट लिए हैं।