रोहित शर्मा से छिनने वाली है कप्तानी? BCCI की मीटिंग में हो गया सबसे बड़ा खुलासा
टी20 वर्ल्ड कप की हार के बाद से ही रोहित शर्मा की कप्तानी पर लगातार सवाल उठ रहे थे।
बीसीसीआई साल के पहले दिन से ही एक्शन के मूड में नजर आ रही है। आज यानी कि 1 जनवरी को बीसीसाआई की रिव्यू मीटिंग थी। इस मीटिंग में भारतीय क्रिकेट टीम के टी20 वर्ल्ड में हालिया प्रदर्शन पर चर्चा हुई। वर्ल्ड कप की हार के बाद सबसे बड़ा सवाल यही था कि क्या अब रोहित शर्मा से टी20 टीम की कप्तानी छिनने वाली है। इस बात को लेकर आज की मीटिंग से एक बड़ा अपडेट सामने आया है।
रोहित की कप्तानी को खतरा?
वनडे और टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी को फिलिहाल कोई खतरा नहीं है क्योंकि सूत्रों के अनुसार बोर्ड के आला अधिकारियों ने पारंपरिक फॉर्मेट्स में उनकी कप्तानी में कुछ असंतोषजनक नहीं लगा है। कप्तान रोहित, मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने बीसीसीआई सचिव जय शाह द्वारा बुलाई गई समीक्षा बैठक में भाग लिया था। बैठक में पिछली चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा, एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण और बोर्ड अध्यक्ष रोजर बिन्नी भी मौजूद थे। फोकस विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप पर है और भारत के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें प्रबल हैं।
वर्ल्ड कप की तैयारी तेज
इसके अलावा 2023 में वनडे विश्व कप भी होना है। नए टी20 कप्तान हार्दिक पांड्या ने बैठक में भाग नहीं लिया। हार्दिक श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार से शुरू हो रही टी20 मैचों की सीरीज के लिए मुंबई में ही हैं। बीसीसीआई के सूत्र ने बताया, ‘‘रोहित वनडे और टेस्ट टीम में कप्तानी कर रहे हैं और इन दो फॉर्मेट में बतौर कप्तान उनके भविष्य को लेकर कोई बात नहीं की गई। टेस्ट और वनडे में उनका कप्तानी का रिकॉर्ड बेहतरीन है।’’ यह भी तय किया गया कि 20 खिलाड़ियों के पूल को 2023 विश्व कप तक रोटेट करना है। समीक्षा बैठक में भाग लेने वाले चेतन शर्मा सीनियर राष्ट्रीय चयन समिति के अध्यक्ष फिर बन सकते हैं। अगर अध्यक्ष नहीं भी बने तो उत्तरी क्षेत्र के प्रतिनिधि हो सकते हैं। पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद का नाम भी दक्षिण क्षेत्र से चल रहा है लेकिन उनका चुना जाना तय नहीं है।
चेतन शर्मा दोबोरा बन सकते हैं मुख्य सेलेक्टर
चेतन शर्मा को 2023 विश्व कप की तैयारी के लिए रोडमैप तैयार करने में शामिल करना ही बड़ा संकेत है। सूत्र ने कहा, ‘‘अगर चेतन शर्मा को कहा नहीं जाता तो वह पद के लिए आवेदन ही नहीं करते। यह अपने आप में संकेत है। भारत को दस महीने में विश्व कप खेलना है। चेतन और हरविंदर की मौजूदगी से तीन नए सदस्यों के साथ निरंतरता बनी रहेगी।’’ समझा जाता है कि पूर्वी क्षेत्र से एस एस दास के चुने जाने की संभावना है चूंकि उनके पास 21 टेस्ट का अनुभव है। पश्चिम से गुजरात के मुकुंद परमार, सलिल अंकोला और समीर दिघे के नाम दौड़ में है।