Roger Binny: BCCI का बॉस बनते ही रोजर बिन्नी ने भरी हुंकार, भारतीय पिचों पर दिया बड़ा बयान
Roger Binny: रोजर बिन्नी ने बीसीसीआई अध्यक्ष बनते ही भारतीय खिलाड़ियों की इंजरी को लेकर चिंता जताई है।
Highlights
- बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बने रोजर बिन्नी
- अध्यक्ष बनते ही खिलाड़ियों की फिटनेस पर जताई चिंता
- 1983 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रह चुके हैं बिन्नी
Roger Binny: मंगलवार को रॉजर बिन्नी को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई का नया अध्यक्ष बनाया गया। प्रेसिडेंट बनते ही बिन्नी ने भारतीय पुरुष टीम के खिलाड़ियों को लेकर बड़ा बयान दे दिया। दरअसल, पिछले कुछ समय में टीम इंडिया के कई खिलाड़ी चोट की वजह से टीम से बाहर हो गए हैं। जिस वजह से टीम को विश्व कप में नुकसान हो सकता है। बिन्नी ने इसे लेकर चिंता जताई है।
खिलाड़ियों की इंजरी पर क्या बोले बिन्नी
रोजर बिन्नी ने स्वीकार किया है कि भारतीय पुरुष खिलाड़ियों को बार-बार चोट लगना एक बड़ी 'चिंता' है। मंगलवार को मुंबई में अपना कार्यभार संभालने, जिसकी पुष्टि मंगलवार को बीसीसीआई की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में की गई, के पहले दिन बिन्नी ने कहा कि यह समझना कि खिलाड़ी नियमित रूप से चोटों से क्यों जूझ रहे हैं और उन्हें 'कम' करने के तरीकों पर कार्य करना उनकी प्राथमिकताओं की सूची में सबसे ऊपर होगा।
विजयनगरम के महाराजा और 2019 के बाद से भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली से बीसीसीआई अध्यक्ष पद संभालने वाले बिन्नी केवल तीसरे खिलाड़ी हैं। संयोग से, गांगुली इस बैठक में बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद थे, जहां उनके जल्द ही अध्यक्ष के रूप में लौटने की उम्मीद है।
बिन्नी का यह बयान उस समय आया है जब भारत के कई अहम खिलाड़ी चोट के चलते टी20 विश्व कप का हिस्सा नहीं होंगे, जहां 23 अक्टूबर को मेलबॉर्न में भारत को पाकिस्तान के विरुद्ध मुकाबले से अपने अभियान की शुरूआत करनी है। भारत के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पीठ में चोट के चलते टी20 विश्व कप से बाहर हो गए जबकि पीठ की चोट के कारण आईपीएल 2022 से बाहर रहने वाले दीपक चाहर भी टी20 विश्व कप से ठीक पहले चोटिल हो गए, जिस वजह से वह विश्व कप में रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर नहीं जा पाए।
बैठक के तुरंत बाद मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में बिन्नी ने कहा कि, "हम देखेंगे कि खिलाड़ियों की चोट को कम करने के लिए क्या किया जा सकता है। खिलाड़ियों का बार-बार चोटिल होना एक चिंता का विषय है और हम इसकी तह तक जाना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि इसे कैसे बदला जा सकता है। हमारे पास राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (बेंगलुरु) में उत्कृष्ट डॉक्टर और प्रशिक्षक हैं लेकिन हमें चोटों को कम करने और रिकवरी में सुधार करने पर ध्यान देना चाहिए।"
भारतीय पिचों पर सुधार की जरूरत
67 वर्षीय बिन्नी बीसीसीआई के संविधान में प्रशासकों और पदाधिकारियों के लिए निर्धारित 70 की आयु सीमा को ध्यान में रखते हुए अध्यक्ष के रूप में एक कार्यकाल (तीन वर्ष) के लिए पात्र हैं। कपिल देव की 1983 की विश्व कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे बिन्नी ने कोच और राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में भी काम किया है।
बिन्नी ने भारत में घरेलू क्रिकेट में पिचों को सुधारने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमें भारत में पिचों को विकसित करने की जरूरत है। घर पर विकेटों में और जान डालने की जरूरत है ताकि हमारी टीमों को विदेश यात्रा करते समय समायोजन की समस्या न हो, जैसे ऑस्ट्रेलिया में होती है जहां अधिक गति और उछाल है।"
(Inputs By IANS)
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