'ऋषभ पंत व्हाइट बॉल क्रिकेटर नहीं...,' पाकिस्तानी दिग्गज ने संजू सैमसन के साथ सौतेले व्यवहार का लगाया आरोप
Sanju Samson vs Rishabh Pant: बांग्लादेश दौरे के लिए संजू सैमसन को टीम में जगह नहीं मिली है, वहीं ऋषभ पंत टीम के वनडे और टेस्ट दोनों स्क्वॉड में शामिल हैं।
Sanju Samson vs Rishabh Pant: भारतीय क्रिकेट टीम के टीम सेलेक्शन को लेकर इन दिनों कई सवाल उठ रहे हैं। खासतौर से एक डिबेट जो वर्ल्ड कप के बाद लगातार सामने आ रहा है वो है ऋषभ पंत और संजू सैमसन के बीच किसी एक का चयन। क्रिकेट फैंस से क्रिकेट एक्सपर्ट्स तक कई लोग अब पंत के व्हाइट बॉल क्रिकेट में लगातार फ्लॉप शो से नाराज हैं। वहीं संजू सैमसन को भी लगातार टीम से नजरअंदाज करने पर सवाल उठने लगे हैं। इसी कड़ी में अब सिर्फ भारत ही नहीं विदेशी एक्सपर्ट्स भी सामने आ रहे हैं। ऐसा ही कुछ पाकिस्तान के एक पूर्व क्रिकेटर के बयान के बाद देखने को मिला है।
दरअसल हम बात कर रहे हैं दानिश कनेरिया की जिन्होंने पहले भी संजू सैमसन के साथ अंबाती रायुडू जैसा व्यवहार करने की बात कही थी। अब उन्होंने ऋषभ पंत पर हमला साधते हुए उन्हें व्हाइट बॉल का क्रिकेटर मानने से ही इनकार कर दिया है। इसके अलावा उन्होंने एक बार फिर से संजू सैमसन के साथ सौतेला व्यवहार करने की बात कही है। कनेरिया ने अपने यूट्यूब चैनल पर, संजू सैमसन बनाम ऋषभ पंत के डिबेट पर अपने विचार रखे हैं। उनका सीधे तौर पर मानना है कि, पंत लिमिटेड ओवर क्रिकेट के खिलाड़ी ही नहीं हैं।
दानिश का पंत पर वार, सैमसन के लिए सवाल?
दानिश कनेरिया ने कहा, ‘भारतीय टीम मैनेजमेंट को इस बात को अब स्वीकारना चाहिए कि ऋषभ पंत व्हाइट बॉल क्रिकेटर नहीं हैं। उन्होंने पंत को हर स्थान पर आजमाया है। लेकिन संजू सैमसन के बारे में क्या? क्या उसने 36 रन बनाकर कुछ गलत किया था? संजू सैमसन पूरे न्यूजीलैंड दौरे में केवल एक ही मैच में दिखाई दिए। इस मामले पर फैंस से पूर्व क्रिकेटर्स तक सभी ने नाराजगी जताई। संजू सैमसन के लिए यह सब बहुत निराशाजनक है, क्योंकि उनके साथ एक औसत क्रिकेट खिलाड़ी की तरह सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।’
गौरतलब है इससे पहले भी दानिश अपने वीडियो में सैमसन को लेकर बात कर चुके हैं। उन्होंने उस वक्त बीसीसीआई पर सैमसन के साथ रायुडू जैसा व्यवहार करने की बात कही थी। आपको बता दें कि रायुडू को 2019 वर्ल्ड कप से पहले जब भी ट्राइ किया गया था तो उन्होंने परफॉर्म भी किया था। लेकिन अचानक वर्ल्ड कप से पहले उन्हें ड्रॉप कर दिया गया। वर्ल्ड कप में भी इंजरी कंसर्न के बाद उन्हें रिप्लेसमेंट तक के लिए नहीं बुलाया गया। जबकि युवा मयंक अग्रवाल बैक अप के तौर पर वर्ल्ड कप में इंग्लैंड गए थे।
ऐसा ही कुछ इन दिनों संजू सैमसन के साथ हो रहा है। सैमसन ने 2014-15 में इंटरनेशनल डेब्यू किया था लेकिन उनके बाद आने वाले खिलाड़ी भी आज उनके सीनियर बन गए हैं। टी20 वर्ल्ड कप के लिए तो वह नजरअंदाज हुए ही साथ ही न्यूजीलैंड सीरीज में भी उन्हें मौके नहीं मिले। एक मौका उन्हें वनडे सीरीज में मिला था तो उन्होंने महत्वपूर्ण 36 रनों की पारी खेली थी। इसके बाद उन्हें छठे गेंदबाज को शामिल करने का कारण बताते हुए बाहर कर दिया गया। वहीं बांग्लादेश दौरे पर वह टीम का हिस्सा भी नहीं हैं। अब देखना होगा कि आखिर संजू के साथ कबतक ऐसा होता है और कब उन्हें टीम में नियमित तौर पर जगह मिल पाती है।