Rishabh Pant Accident Major Updates: कैसे कार एक्सीडेंट का शिकार हुए ऋषभ पंत, 5 पॉइंट्स में जानिए पूरी कहानी
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत रुड़की स्थित अपने घर जाते समय भयानक कार एक्सीडेंट में बुरी तरह चोटिल हो गए।
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत शुक्रवार सुबह दिल्ली-देहरादून हाईवे पर एक भयानक रोड एक्सीडेंट का शिकार हो गए। इस घटना में उनके गंभीर चोटें आईं जिसके बाद उन्हें तत्काल रूप से दिल्ली रोड स्थित सक्षम हॉस्पिटल ले जाया गया। इस घटना के कई वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। बताया जा रहा है कि पंत नए साल के मौके पर अपनी मां को सरप्राइज देने के लिए रुड़की स्थित घर जा रहे थे। यह हादसा 30 दिसंबर की सुबह तड़के 5.30 बजे करीब का बताया जा रहा है।
जानें ऋषभ पंत के एक्सीडेंट से जुड़ी 5 बड़ी बातें:-- ऋषभ पंत दिल्ली से रुड़की अपने घर जा रहे थे और रुड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झील के समीप मोड़ के पास उनकी कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटना ग्रस्त हो गई।
- हादसे के बाद पंत की कार में भीषण आग लग गई और उन्होंने खिड़की का शीशा तोड़कर किसी तरह बाहर निकलने का प्रयास किया और अपनी जान बचाई।
- सक्षम हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार के बाद मिली जानकारी के मुताबिक पंत की बाईं आंख के पास घाव है और उनके घुटने का लिगामेंट फट गया है। यहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें देहरादून मैक्स शिफ्ट किया गया है। वहीं देहरादून मैक्स के डॉ. आशीष याग्निक ने बताया है कि, पंत को हड्डी विभाग और प्लास्टिक सर्जन की देखरेख में रखा गया है। उनकी हालत स्थिर है। एक बार पूरी तरह से चेकअप के बाद उनका मेडिकल बुलेटिन जारी किया जाएगा। तब ही हम आगे कोई कदम बढाएंगे।
- हरिद्वार देहात के एसपी स्वप्न किशोर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि, सुबह 5:30-6 बजे के बीच में क्रिकेटर ऋषभ पंत की कार दुर्घटना ग्रस्त हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ऋषभ की कार रेलिंग से जा टकराई, जिसके बाद कार में आग लग गई। बड़ी मुश्किल से फायर ब्रिगेड की मदद से आग पर काबू पाया गया गया।
- हादसे के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को ऋषभ पंत के समुचित ईलाज की सभी संभव व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने ऋषभ पंत के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए कहा कि, उनके ईलाज का सारा व्यय राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। अगर एयर एम्बुलेंस की आवश्यकता होती है तो उसकी भी व्यवस्था की जाएगी।