रिंकू सिंह ने एक बार फिर जीता लोगों का दिल, अब गरीब बच्चों के लिए कराएंगे ये काम
आईपीएल में 5 छक्के मारकर सुर्खियां बटोरने वाले रिंकू सिंह ने अब एक और ऐसा काम किया जिससे वो सुर्खियों में आ गए हैं।
एशियन गेम्स 2023 सितंबर की 23 तारीख से शुरू हो रहे हैं। इस साल एशियन गेम्स में क्रिकेट के खेल को भी जगह दी गई है। भारत की पुरुष और महिला टीम एशियन गेम्स में भाग लेने वाली है। भारत की मेन्स टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया है। जिसमें एक नाम रिंकू सिंह का भी। रिंकू ने आईपीएल 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए कमाल का प्रदर्शन किया था। अब रिंकू ने अपनी कामयाबी पर एक बड़ा बयान दिया है।
5 छक्के मारकर बटोरी सुर्खियां
आईपीएल 2023 में केकेआर को लगातार पांच छक्कों के साथ जीतकर दिलाकर सुर्खियां बटोरने वाले रिंकू सिंह आयरलैंड के आगामी दौरे और हांगझोउ एशियन गेम्स के लिए भारतीय टीम की ओर से छाप छोड़ने को तैयार हैं। रिंकू से जब भारतीय टीम में जगह बनाने पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि हमारा काम सिर्फ रन बनाना है। मैच मिलेगा तो अच्छा करेंगे। मैं ज्यादा सोचता नहीं हूं। ऊपरवाला बस देख ले। अपने हाथ में तो सिर्फ मेहनत है। मेहनत करते रहेंगे, देखते हैं क्या होता है।
घरवालों के साथ लगाए सिलेंडर
बचपन से अपने भाइयों और पिता खानचंद के साथ घरों और होटलों में एलपीजी सिलेंडर देने वाले रिंकू ने कहा कि बेशक मेरे माता-पिता, भाई, मेरे बचपन के कोच (मसूद अमीनी), सभी खुश हैं। यह हमारा सामूहिक सपना था। आईपीएल में तीन सीजन और कुछ फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलकर रिंकू ने नया मकान बना लिया है जिसमें पूरा परिवार एक साथ रहता है। रिंकू ने हालांकि कहा कि उनके पिता आराम करने के उनके आग्रह को नहीं मानते। उन्होंने कहा कि मैंने पापा से कहा कि आप अब आराम कर सकते हैं लेकिन वह अभी भी सिलेंडर देने जाते हैं। उन्हें अब भी वह काम पसंद है। एक स्तर पर, मैं उन्हें भी समझता हूं। अगर वह घर पर आराम करना शुरू कर देंगे तो वह तुरंत ऊब जाएंगे। अगर किसी ने अपने पूरे जीवन में काम किया है तो जब तक वह न चाहे, उसे रुकने के लिए कहना मुश्किल है।
रिंकू बनवा रहे हैं स्पोर्ट्स हॉस्टल
रिंकू खेल को कुछ वापस देना चाहते हैं और अलीगढ़ में मैदान के समीप एक छोटा हॉस्टल बनवा रहे हैं। उन्होंने अलीगढ़ में ही क्रिकेट के गुर सीखे। हॉस्टल में वंचित तबके के कम से कम 15 लड़कों को रखने की सुविधा होगी जहां वे कोच अमीनी के मार्गदर्शन में अपने खेल को आगे बढ़ाएंगे। रिंकू ने कहा कि मैं एक हॉस्टल बनवा रहा हूं और इसके करीब क्रिकेट मैदान है इसलिए बच्चों के लिए आसानी होगी। मेरे बड़े भाई की तरह के एक व्यक्ति ने मुझे कहा कि इन बच्चों के लिए कुछ योजना बनाते हैं। हॉस्टल बनाते है। उन्होंने आधी धनराशि दी और मैंने दूसरा हिस्सा देने का फैसला किया।