मुकेश कुमार की 3 गेंदों ने ही लिख दी थी वेस्टइंडीज की हार की कहानी, टीम इंडिया को मिला एक और सितारा
टीम इंडिया ने वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज 2-1 से अपने नाम की। इस सीरीज में मुकेश कुमार समेत कई युवा सितारों ने भारत को जीत की राह तक पहुंचाया।
भारतीय टीम के पास पिछले कुछ सालों में खिलाड़ियों की भरमार हो गई है। वो बात अलग है कि टीम पिछले 10 सालों से कोई आईसीसी का खिताब नहीं जीत पाई है लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं हैं कि इस दौरान टीम इंडिया को एक से बढ़कर एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी मिले हैं। खासतौर से गेंदबाजी में भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ सालों में काफी सुधार किया है। इसी कड़ी में अब एक और नाम जुड़ता दिख रहा है। बिहार के गोपालगंज के लाल मुकेश कुमार ने सालों तक घरेलू क्रिकेट में खुद को तैयार करने के बाद टीम इंडिया के लिए चमक बिखेरना शुरू कर दिया है। वेस्टइंडीज दौरे पर दूसरे टेस्ट में डेब्यू और फिर वनडे में इंटरनेशनल कैप मिलने के बाद मुकेश ने अपने प्रदर्शन से काफी हद तक सभी को प्रभावित किया है।
वनडे सीरीज में मुकेश को तीनों मुकाबलों में मौका दिया गया और इस खिलाड़ी ने खुद को साबित भी किया। टेस्ट मैच में डेब्यू करते हुए मुकेश ने दो विकेट झटके थे। उसके बाद पहले वनडे में सिर्फ एक विकेट लेने वाले मुकेश को दूसरे वनडे में कोई सफलता नहीं मिली थी। लेकिन तीसरे वनडे में अपने पहले स्पेल से ही टीम इंडिया के इस नए स्टार ने वेस्टइंडीज की कमर तोड़ दी थी। इस मुकाबले में मुकेश ने 7 ओवर में 1 मेडन के साथ 30 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। यह अभी तक का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। उन्होंने शुरुआत में ही वेस्टइंडीज की हार की कहानी को लिख दिया था।
मुकेश की 3 गेंदों ने किया वेस्टइंडीज की हार को तय
मुकेश कुमार ने अपने पहले 3.3 ओवर में ही वेस्टइंडीज की हार को तय कर दिया था। उन्होंने टीम इंडिया को शुरुआती 6.3 ओवर में ही तीन विकेट दिलवा दिए थे। सबसे पहले मुकेश ने पारी के पहले ओवर में ब्रैंडन किंग को शून्य के स्कोर पर ही ईशान किशन के हाथों कैच आउट करवा दिया। इसके बाद अपने दूसरे ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने खतरनाक बल्लेबाज काइल मायर्स को क्लीन बोल्ड कर दिया। यह तो शुरुआत थी इसके बाद अपने चौथे ओवर की तीसरी गेंद पर मुकेश कुमार ने वेस्टइंडीज को सबसे बड़ा झटका दिया उनके कप्तान शाय होप के रूप में। यहां तक विंडीज का स्कोर था 17 रन पर 3 विकेट और तीनों धाकड़ खिलाड़ियों के आउट होने से मेजबान टीम की हार तय हो गई थी।
टीम इंडिया ने किया कमाल
भारतीय क्रिकेट टीम इस पूरी सीरीज में अपने युवा जोश के दम पर ही खेली है। विराट कोहली ने पूरी सीरीज में बल्लेबाजी नहीं की। वहीं रोहित शर्मा ने भी आराम करना सही समझा। ऐसे में दूसरे वनडे में 6 विकेट से हारने के बावजूद तीसरे और निर्णायक वनडे में टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और वेस्टइंडीज को 200 रनों से हराकर उसके खिलाफ लगातार 13वीं द्विपक्षीय सीरीज अपने नाम की। साथ ही वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे क्रिकेट में रनों के लिहाज से यह किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत भी रही। इस मैच में भारत के लिए शुभमन गिल ने 85, ईशान किशन ने 77, संजू सैमसन ने 51 और कप्तान हार्दिक पांड्या ने नाबाद 70 रनों की धुआंधार पारियां खेलीं। इसकी बदौलत टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए 351 रनों का विशाल स्कोर बनाया। इसके बाद गेंदबाजी में शार्दुल ठाकुर ने 4, मुकेश कुमार ने 3 और कुलदीप यादव ने 2 विकेट लेकर वेस्टइंडीज की पूरी टीम को 151 रनों पर समेट दिया।